अलवर. वैसे तो अलवर की मंडियों में मौसमी फलों की आवक शुरू हो चुकी है. इसमें आलू बुखारा, आडू, सीताफल, जामुन, खरबूजा, तरबूज सहित कई तरह के फल बिकने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से अलवर की मंडियों में पहुंच रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच इन-दिनों आम की बंपर आवक हो रही है.
मंडी में थोक रेट में आम 15 से 30 रुपए किलो तक विभिन्न वैरायटी में मिल रहा है. जबकि रिटेल में आम 20, 30, 40, 60, 70 और 80 रुपए किलो तक अलग-अलग वैरायटी के हिसाब से बिक रहा है. अलवर में इन दिनों दशहरी आम की सबसे ज्यादा आवक है. इसके अलावा सफेदा, लंगड़ा, तोतापरी सहित अन्य तरह की वैराइटी भी अलवर की मंडी में बिकने के लिए आ रही है, तो वहीं अलवर के लोग भी आम को खासा पसंद कर रहे हैं. महिलाओं, बच्चों और युवाओं का आम पसंदीदा फल है.
प्रतिदिन आम की आवक पर नजर डालें तो अलवर की मंडी में 25 से 30 तक आम के बिकने के लिए आ रहे हैं. ऐसे में साफ है कि अलवर की मंडी में आम की खपत ज्यादा है. अलवर के अलावा आसपास की कई अन्य मंडियों में भी आम की आवाज होती है. व्यापारियों की मानें तो अगस्त माह तक अलवर की मंडियों में आम की आवक होगी.
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वैसे तो कहते हैं कि बारिश के बाद आम पेड़ों से झड़ जाता है, लेकिन बारिश और उसके बाद आम की कई अन्य प्रजाति भी बाजार में आती है. व्यापारियों ने कहा कि फल लगातार लोगों को राहत दे रहे हैं, क्योंकि लॉकडाउन में लोगों के रोजगार छिन गए है. ऐसे में फल आजीविका साधन बन रहे हैं. लोग फल बेचकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं. साथ ही अपना और परिवार का पेट भर रहे हैं. अलवर के अलावा अन्य जिलों और राज्यों में भी इसी तरह के हालात हैं.