अलवर. शाहजहांपुर में राजस्थान-हरियाणा सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान एक महिला कार्यकर्ता की मौत हो गई. महाराष्ट्र की लोक संघर्ष मोर्चा की कार्यकर्ता 56 साल की सीताबाई कडवी की ठंड लगने की वजह से बीती रात मौत हो गई.
सीताबाई बीते 25 साल से लगातार किसानों के हक में आंदोलन कर रहीं थीं. पहले भी महाराष्ट्र, दिल्ली सहित पूरे देश में कई जगह पर होने वाले बड़े आंदोलनों में वह शामिल हो चुकी हैं. देश में दो महीने से नए कृषि कानूनों को लेकर चल रहे किसानों के आंदोलन में मौत का सिलसिला जारी है. अलवर के शाहजहांपुर बॉर्डर पर बीते 46 दिन से किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
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इसमें महाराष्ट्र के अंबाबाड़ी नंदुरबार की लोक संघर्ष मोर्चा की कार्यकर्ता 56 साल सीताबाई रामदास कडवी कि बीती रात मौत हो गई. सीताबाई दिल्ली, महाराष्ट्र सहित देश के कई बड़े आंदोलनों में हिस्सा ले चुकी हैं. सीताबाई पहले कई बार लोगों के हक के लिए लड़ते हुए जेल भी जा चुकी हैं. जंगल जमीन के मामले में मुंबई में अनशन पर सीताबाई ने हिस्सा लिया. उसके बाद दिल्ली तक संघर्ष किया.
नंदुरबार से मुंबई 480 किलोमीटर पैदल यात्रा में 5000 लोगों के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 2018 में संपूर्ण कर्जा मुक्ति और फसल का सही दाम की लड़ाई में सीताबाई ने लोक संघर्ष मोर्चा के उलगुलान मार्च में साल 2018 में थाने से मुंबई तक पैदल मार्च किया था. दिल्ली में 16 जनवरी से 27 जनवरी तक किसान आंदोलन में शाहजहांपुर बॉर्डर पर मोर्चा संभाल रहीं थीं.
संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता डॉ. संजय माधव ने बताया कि बीती रात ठंड लग जाने से उनकी तबीयत खराब हो गई थी और उनका जयपुर में इलाज चल रहा था. इसी दौरान उनकी मौत हो गई. जिसके बाद किसानों की ओर से उनकी शहादत को याद करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा और देश के तमाम किसानों की ओर से उनको श्रद्धांजलि दी गई. शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों ने 2 मिनट का मौन रखकर भावपूर्ण श्रद्धांजलि भी दी.