अलवर. अलवर रेलवे जंक्शन पर तैनात अधिकारियों के उस समय होश उड़ गए. जब उन्होंने अपने सामने पटरी पर जयपुर रेलवे मंडल के डीआरएम को आता हुआ देखा. अलवर जंक्शन पर डीआरएम के आने की उनको कोई जानकारी नहीं थी. डीआरएम सड़क मार्ग से बिना किसी को जानकारी दिए अलवर पहुंची. अलवर रेलवे लाइन का निरीक्षण करते हुए पैदल अलवर जंक्शन पहुंची. जैसे ही जंक्शन के अधिकारियों को डीआरएम के आने की जानकारी मिली उनके हाथ-पैर फूल गए और अधिकारी दौड़ लगाते हुए नजर आए.
जयपुर डीआरएम मंजूषा जैन औचक निरीक्षण करने अलवर पहुंची. डीआरएम वास्तविक हकीकत से रूबरू होने के लिए जयपुर से कार से सीधे अलवर स्टेशन के इंजीनियरिंग सेक्शन पहुंची. यहां अधिकारियों से आवश्यक जानकारी ली. उसके बाद स्टेशन के हालात देखे. हाल में यहां इंजीनियरिंग सेक्शन के अलग से भवन निर्माण हुए हैं. इसके बाद रेलवे अस्पताल का मुआयना भी किया.
डीआरएम के अलवर स्टेशन पर निरीक्षण करने पहुंचने के काफी देर तक अधिकारियों को पता नहीं लगा की डीआरएम कब अलवर पहुंच गई है. इस बारे में खुद स्टेशन अधीक्षक को भी काफी बाद में पता लगा. हालांकि वो उस समय ड्यूटी पर मौजूद थे. निरीक्षण करने के बाद विंडो ट्रेलिंग करते हुए अलवर से जयपुर के लिए रवाना हो गई.
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि डीआरएम के आने की उनके पास कोई सूचना नहीं थी. वो अचानक बाय रोड आई थी. यहां स्टेशन पर आने के बाद सीधे इंजीनियरिंग सेक्शन गई. वहां अधिकारियों से भवन निर्माण को लेकर जानकारी ली. इसके बाद रेलवे अस्पताल काे भी देखा. करीब एक घंटे तक डीआरएम का औचक निरीक्षण अधिकारियों के बीच चर्चा का विषय बना रहा.