बहरोड़ (अलवर). पपला हवालात कांड के बाद बहरोड़ जेल में हार्डकोर बदमाशों की संख्या बढ़ जाने के बाद सरकार अब अपराधियों पर पूरी तरह से शिकंजा कसने की तैयारी में है. बहरोड़ पुलिस थाने पर हुई फायरिंग मामले के बाद अब बहरोड़ जेल में कैदियों की संख्या बढ़ने पर सरकार भी चिंतित है.
जिस पर जेल डीआईजी विकास कुमार सोमवार दोपहर बाद बहरोड़ के उप कारागृह पहुंचे. जहां पर जेल डीआईजी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान जयपुर जेल अधीक्षक और अलवर जेल अधीक्षक भी मौजूद रहे. इस दौरान ईटीवी भारत से बात करते हुए जेल डीआईजी विकास कुमार ने कहा कि सोमवार को दो कामों से बहरोड़ जेल आये हैं. पहला तो वार्षिक निरीक्षण और दूसरा जेल की नई बिल्डिंग बनाने पर चर्चा करना.
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बहरोड़ जेल में फिलहाल 50 कैदियों के रखने की क्षमता है. जिसके बाद अब यहां 150 कैदियों की क्षमता वाली बिल्डिंग इसी कैम्पस में बनाई जानी है. उसकी बिल्डिंग कमेटी की बैठक सोमवार को थी. जिसमें बिल्डिंग कहां होनी चाहिए, कैसी होनी चाहिए आदि बातों पर विचार किया गया. इसके साथ ही वार्षिक निरीक्षण भी किया गया.
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डीआईजी विकास कुमार ने आगे बताया कि हो सकता है, दो-चार दिन के बाद यहां के सभी कैदी बाहर शिफ्ट कर दिए जाएंगे. आने वाले बंदियों के सवाल पर डीआईजी ने कहा अभी तो दो चार दिन हैं. उसके बाद अन्य जगह शिफ्ट कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल तो इसी भवन का मरम्मत कार्य शुरु होगा और उसके बाद 150 क्षमता वाले नए भवन निर्माण के बाद वापस कैदी यहां शिफ्ट किये जायेंगे. नए भवन में सभी सुविधाएं नियमानुसार उपलब्ध होंगी.