अलवर. पंचायत चुनाव (Panchayat Election in Alwar) समाप्त होते ही चिकित्सा विभाग ने कोरोना सैंपलिंग (Corona sampling in alwar) बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. आदेशों की पालना के तहत जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अलर्ट मोड पर आ गए हैं. जिले में कोरोना का अभी एक भी एक्टिव केस नहीं है. इसके अलावा लंबे समय से कोरोना के नए पॉजिटिव मरीज भी नहीं आए हैं.
अलवर जिले में कोरोना का प्रभाव अन्य जगहों की तुलना में ज्यादा रहा है. लेकिन एक अक्टूबर 2021 से अब तक एक भी नया कोरोना का मरीज नहीं मिला है. लगातार कम हो रहे कोरोना के ग्राफ को देखते हुए सरकार ने नई गाइडलाइन जारी करते हुए सभी चीजों पर लगी हुई रोक को हटा दिया है.
हालत अब सामान्य होने लगे हैं. अलवर सहित आसपास के जिलों में पंचायत चुनाव संपन्न हुए. दिवाली के मौके पर बाजारों में भीड़ रही. चुनाव संपन्न होते ही सरकार ने जांच सैंपलिंग के निर्देश दिए है.अलवर जिले में 1000 से 1500 सैंपल लिए जा रहे हैं. राजीव गांधी सामान्य अस्पताल से प्रतिदिन 50 से 70 सैंपल लिए जाते हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अभी तक लिखित में कोई आदेश नहीं मिले हैं. लेकिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों ने सैंपल की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए है.
रोजाना लिए जा रहे हैं करीब 1500 सैंपल
अलवर की कोरोना जांच लेब में एक दिन में 4000 सैंपल की जांच हो सकती है. अलवर में जब कोरोना का प्रभाव था. उस समय प्रतिदिन 20 हजार से अधिक सैंपल लिए जा रहे थे. अब कोरोना का प्रभाव कम हुआ.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अलवर जिले में इस समय 1200 से 1500 सैंपल लिए जा रहे हैं. सैंपल की संख्या बढ़ाने के निर्देश मिलते ही सभी को ब्लॉक स्तर पर सैंपल बढ़ाने के लिए कहा गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव गांव घूम कर लोगों की जांच पड़ताल कर रही है. इसके अलावा बाहर से आने वाले लोगों पर भी नजर रखी जा रही है. अलवर सहित राजस्थान के अन्य जिलों में कोरोना का प्रभाव अभी कम है. लेकिन देश के कई हिस्सों में कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने डेंगू व मलेरिया की जांच बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं.