अलवर. प्रदेश भर में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मरीजों को देखते हुए स्वास्थय विभाग ने प्रदेश भर में गुटखा, मीठी सुपारी और अन्य केमिकल युक्त प्रोडक्ट को बंद कर दिया है. ऐसे में स्वास्थय विभाग की ओर से अलवर में लगातार जांच-पड़ताल की जा रही है. बता दें कि अलवर में कई बड़े गुटखा औद्योगिक इकाई हैं, इन पर स्वास्थय विभाग की टीम ने पहुंचकर जांच-पड़ताल की. लेकिन, स्वास्थय विभाग को कोई सफलता हाथ नहीं लगी.
बता दें कि अलवर गुटखा की बड़ी मंडी है. अलवर से देशभर में गुटखा सप्लाई होता है, तो वही यहां गुटके की खपत भी अन्य जगहों की तुलना में ज्यादा है. जानकारी के अनुसार जयंती, मामा और विमल जैसे कई बड़े गुटके के ब्रांड अलवर में बनते हैं और देशभर में सप्लाई होते हैं. राजस्थान सरकार ने गांधी जयंती के मौके पर अलवर में गुटखा पूरी तरह से बंद कर दिया है. इसके अलावा मीठी सुपारी, पान मसाला और प्रोडक्ट जिनमें केमिकल डाला हुआ है, उन पर भी रोक लगा दी गई है.
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वहीं, ऐसे में स्वास्थय विभाग की तरफ से अलवर में लगातार गुटखा बनाने वाली कंपनी और गुटखा का स्टॉक रखने वाले लोगों की छापेमारी की जा रही है. बता दें कि स्वास्थय विभाग की टीम ने 2 दिनों में 4 प्रतिष्ठानों पर छापामारी करते हुए वहां मिली सुपारी के सैंपल लिए हैं. वहीं, लिए गए सैंपल में मामा गुटखा, जयंती गुटखा, विमल गुटखा और जैन गुटखा शामिल है.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी हारूण खान ने बताया कि उच्चाधिकारियों की ओर से मिले निर्देश के अनुसार लगातार जांच-पड़ताल की जा रही है. उन्होंने बताया कि अब तक 4 जगहों से सैंपल लिए गए हैं. हालांकि, वहां मिले स्टॉक को जब्त नहीं किया गया है. खान ने बताया कि स्टॉक के संबंध में कोई निर्देश नहीं मिले हैं. वहीं, सभी जगह से सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेज दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद ही उनके बारे में कुछ पता चल सकेगा.