अलवर. कृषि कानूनों के खिलाफ किसान लगातार धरने पर बैठे हुए हैं. सरकार और किसानों की वार्ता हर बार विफल हो रही है. तमाम दिक्कतों के बाद भी किसानों का हौसला बुलंद है. शाहजहांपुर में हरियाणा बॉर्डर पर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट को किसानों की भावनाओं को समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि आरएलपी आंदोलन में किसान संगठनों के साथ खड़ी है. कृषि कानूनों पर सरकार और किसान दोनों अपनी बातों पर अड़े हुए हैं. किसान अपना विरोध उग्र करने की चेतावनी दे रहे हैं, तो वहीं लगातार सरकार और किसानों के बीच वार्ता का दौर भी जारी है. अगली वार्ता 19 जनवरी को होनी है. अब तक की वार्ता बेनतीजा रही है.
राजस्थान हरियाणा सीमा पर भी पूरे देश की निगाहें टिकी हुई है. लगातार हरियाणा सीमा पर नई प्रतिक्रियाएं सामने आ रहे हैं. अलवर पहुंचे सांसद आरएलपी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने कहा केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट को किसानों की भावनाओं को समझने की जरूरत है. सुप्रीम कोर्ट की गठित कमेटी से किसानों को नाराजगी है. ऐसे में 3 सदस्य किसानों के संगठन एक सदस्य सरकार का इस कमेटी में होना चाहिए. नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने आरएलपी के पड़ाव स्थल पर कहा कि आरएलपी किसानों के साथ खड़ी हुई है. अहिंसात्मक रूप से सभी आंदोलन कर रहे हैं. कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग सहित तमाम मुद्दों को लेकर किसानों की जो आपत्ति थी, उसको लेकर यह आंदोलन शुरू हुआ और 50 से ज्यादा किसान शहादत हो चुके हैं. ऐसे में केंद्र को किसानों की भावनाओं को समझने की जरूरत है.
यह भी पढ़ें- जालोर बस अग्निकांड: जिंदा जले 6 लोग, मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की सहायता देगी सरकार
बेनीवाल ने कहा कि निकाय चुनाव में भी आरएलपी मजबूती से चुनाव लड़ रही है और पंचायती राज चुनाव में भी जनता ने आरएनपी के पक्ष में अच्छा मतदान किया है. आगामी तीनों उपचुनाव आरएलपी पार्टी मजबूती से लड़ेगी. वहीं वसुंधरा राजे से जुड़े हुए सवाल पर उन्होंने कहा कि वसुंधरा का अब राजस्थान में कोई वजूद नहीं है. हनुमान बेनीवाल के बयान के बाद एक बार फिर से प्रदेश की राजनीति में बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो चुका है.