अलवर. प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार ने 3 मई तक पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लगा दिया है. ऐसे में वन विभाग की तरफ से सरिस्का को भी 2 मई तक बंद कर दिया गया है. ऐसे में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक रहेगी. पर्यटक सफारी का आनंद नहीं ले सकेंगे.
अलवर का सरिस्का 886 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है. दिल्ली और जयपुर के मध्य में होने के कारण यहां पर्यटकों की संख्या अन्य जगहों की तुलना में ज्यादा रहती है. बीते साल लॉकडाउन खुलने के बाद लगातार सरिस्का में पर्यटक ओं की संख्या बढ़ रही थी. यहां आने वाले पर्यटकों को बाघ और शावकों का दीदार हो रहे थे.
प्रतिदिन हो रही बाघों की सेटिंग से लोग खासे खुश नजर आ रहे थे. फिल्मी सितारों और कई नामी हस्तियों का लगातार यहां आने का सिलसिला भी जारी था. सरिस्का एक बार फिर से अपने पुराने रंग में नजर आने लगा था. लगातार यहां बाघों का कुनबा बढ़ रहा है. ऐसे में सरिस्का प्रशासन की तरफ से कई नए प्रयास भी किए जा रहे हैं.
कोरोना की दूसरी लहर में तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है. हजारों लोग नए संक्रमित हो रहे हैं. तेजी से बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लगा दिया है. इस दौरान सब्जी राशन दूध और अन्य जरूरी सामान के अलावा सभी दुकानें बंद है. स्कूलों को बंद कर दिया गया है.
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सरकारी कार्यालय में स्टाफ कम कर दिया गया है. इसके अलावा भी लगातार कई तरह की शक्ति बढ़ती जा रही है. इन सबके बीच सरिस्का प्रशासन ने सरिस्का को 19 अप्रैल से 2 मई तक पूरी तरह से बंद कर दिया है. इस दौरान पर्यटकों के प्रवेश पर पूरी तरीके से रोक रहेगी. पर्यटक सरिस्का में सफारी का आनंद भी नहीं ले सकेंगे. हालांकि प्रशासन की तरफ से लगातार वन्य जीवों पर नजर रखी जाएगी. उनको संक्रमण से बचाया जाएगा.