बहरोड़ : नीमराणा के घीलोट औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक कंपनी द्वारा छोड़े गए ज्वलनशील केमिकल के कारण लगभग 700 बीघा जमीन पर खड़ी सरसों की फसल बुरी तरह से खराब हो गई. इससे आहत होकर किसान कंपनी के परिसर के बाहर एकजुट हुए और विरोध प्रदर्शन किया. किसानों का आरोप है कि कंपनी द्वारा छोड़े गए केमिकल के कारण उनकी सरसों और गेहूं की फसलें नष्ट हो गई हैं, जिससे उनकी मेहनत पर पानी फिर गया है.
किसानों के विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही मुंडावर विधायक ललित यादव भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से मामले की जानकारी ली. विधायक ललित यादव ने बताया कि घीलोट क्षेत्र में स्थित निजी कंपनी खरपतवार नाशक दवाइयां बनाती है, जो हवा के माध्यम से वातावरण में मिलकर आसपास की फसलों को नुकसान पहुंचा रही है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले को जिला कलेक्टर तक पहुंचा चुके हैं, ताकि किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा मिल सके और आगे से कंपनी इस तरह के केमिकल का उत्सर्जन न करे.
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आंदोलन की चेतानवी : किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी के अंदर रखे सजावटी पौधे भी मुरझा गए, लेकिन इसके बावजूद कंपनी प्रबंधन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया. किसानों का कहना है कि अगर प्रशासन ने जल्द ही इस कंपनी के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे. किसानों का आरोप है कि नीमराणा में कई केमिकल के उद्योग लगे हैं जिनसे आमजन की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इस विरोध प्रदर्शन में सरपंच संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष उमाशंकर यादव, घीलोट सरपंच परमानंद यादव, पंचायत समिति सदस्य सुरेन्द्र चौहान सहित सैकड़ों स्थानीय लोग मौजूद रहे.