अलवर. विश्व टाइगर डे पर वन और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने एनटीसीए की ओर से बनाई गई एक शॉर्ट फिल्म को गुरुवार को दिल्ली में रिलीज किया. बाघों के संरक्षण पर बनी इस मूवी में अलवर की ज्योति शर्मा रियल हीरो के रूप में नजर आ रही है. सरिस्का सहित देश के विभिन्न टाइगर रिजर्व क्षेत्रों के वीडियो और फोटो की मदद से यह मूवी बनाई गई है. इस मूवी में अलवर की बीट गार्ड ज्योति शर्मा ने किस तरह से कोरोना काल में अपनी ड्यूटी कि है, यह दिखाया गया है.
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अलवर का सरिस्का देश और विदेश में अपनी विशेष पहचान रखता है. देश के सबसे पुराने टाइगर रिजर्व में सरिस्का का नाम सबसे ऊपर आता है. एक बार सरिस्का टाइगर विहीन हो गया था. उसके बाद देश में पहली बार रणथंभौर से बाघों को एअरलिफ्ट करके सरिस्का लाया गया और सरिस्का में बाघों का कुनबा बसाया गया. उसके बाद से लगातार सरिस्का में बाघों का कुनबा बढ़ रहा है. बाघों के संरक्षण पर पूरे देश में काम चल रहा है. अलवर के सरिस्का में इस समय 23 बाघ, बाघिन और उनके शावक हैं. विश्व टाइगर डे पर केंद्रीय और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक शॉर्ट फिल्म को गुरुवार को रिलीज किया.
इस फिल्म में सरिस्का के कई दृश्य नजर आ रहे हैं. साथ ही सरिस्का के बाघ, बाघिन उनके शावक और जंगल को खासतौर पर जगह दी गई है. इस फिल्म में अलवर की ज्योति शर्मा रियल हीरो के रूप में नजर आ रही हैं. ज्योति शर्मा सरिस्का में वन गार्ड के पद पर कार्यरत हैं. कोरोना काल में उन्होंने पूरी मेहनत से अपनी ड्यूटी की. वन्यजीवों को कोरोना से बचाने में उनका खास योगदान रहा. ऐसे में ज्योति शर्मा को मूवी में खास स्थान दिया गया है.
वन अधिकारियों ने बताया कि एनटीसीए की ओर से एक शार्ट फिल्म बनाई गई है. जिसमें बाघों के संरक्षण और देश में बाघों को बचाने पर चल रहे कामों के मुद्दे शामिल किया गया. इसमें सरिस्का, रणथंभौर, मुकुंदरा, जिम कॉर्बेट सहित देश के सभी टाइगर रिजर्व से फोटो और वीडियो मंगवाई गई थी. जिसके आधार पर एक मूवी बनाई गई. इस शॉर्ट मूवी में सरिस्का वन क्षेत्र में ड्यूटी करते हुए वनरक्षक और महिला वन रक्षकों को दिखाया गया.
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इसमें ज्योति शर्मा रियल हीरो के रूप में नजर आ रही है. वन अधिकारियों ने बताया कि साल 2016 में ज्योति शर्मा वन गार्ड के रूप में भर्ती हुई थी. कोरोना के समय में ज्योति ने इमानदारी से ड्यूटी करते हुए अपना बेहतर प्रदर्शन दिया. खुद को संक्रमण से बचाया साथ ही सरिस्का के बाद अन्य वन्यजीवों को भी कोरोना संक्रमण से लगातार ड्यूटी करते हुए बचाए रखा. इस दौरान सरिस्का क्षेत्र में बसे ग्रामीणों को भी जागरूक करने का काम किया गया. अलवर की ज्योति शर्मा पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है.