अलवर. लॉकडाउन में कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया था. केवल सब्जी, फल और राशन की डिमांड रही. कुछ लोगों ने इसका जमकर फायदा उठाया. व्यापारियों ने खाद्य पदार्थो और गुटखे की कालाबाजारी की. साथ ही कई गुना महंगे दामों पर राशन और खाद्य सामग्री को बेचा गया.
दूसरी तरफ तंबाकू, गुटखा, पान मसाला, धूम्रपान पदार्थ अपने सामान्य दामों से कई गुना महंगे दामों पर बेचे गए. वहीं व्यापारियों की तरफ से सरकार को भी चुना लगाने का काम किया गया. सेल टैक्स विभाग के आंकड़ों को देखकर साफ पता लगता है कि लॉकडाउन के दौरान व्यापारियों ने जनता को लूटने के साथ ही सरकार को भी नुकसान पहुंचाया है.
मार्च, अप्रैल और मई माह में सेल टैक्स विभाग की तरफ से 37 वाहनों को जब्त किया. इनमें बिना टैक्स जमा किए चोरी से राशन, सरसों, कॉपर और तंबाकू सहित खाद्य पदार्थ को लाया जा रहा था. नियम के हिसाब से टैक्स जमा करने के बाद ही सामान एक जगह से दूसरी जगह पर भेजा जाता है.
सेल टैक्स विभाग की तरफ से इनकी जांच पड़ताल की गई, जांच पड़ताल के दौरान इन वाहनों से 142.7 लाख का जुर्माना वसूला गया. जबकि कुछ वाहनों पर अभी जुर्माने की प्रक्रिया की जा रही है. इसमें अलवर टीम ने 10 वाहनों को जब्त किया है. जबकि भिवाड़ी क्षेत्र में 37 वाहनों को पकड़ा गया. जिसमें से 27 वाहनों से 121.98 लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया.
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अलवर क्षेत्र में 19 लाख से अधिक का जुर्माना वसूला गया है. यह सभी लोग बिना टैक्स के माल लेकर आ रहे थे. सेल टैक्स विभाग के अधिकारियों ने कहा की जांच पड़ताल के दौरान इन वाहनों को पकड़ा गया, ऐसे में साफ है कि व्यापारियों ने जमकर सरकार को चूना लगाया है.