अलवर. औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण जमीन में लोग निवेश करते हैं. एनसीआर और दिल्ली के पास होने के कारण लोगों को जमीन में निवेश करना फायदेमंद रहता है. ऐसे में भू माफिया जमीनों पर कब्जा करते हैं और अवैध प्लाटिंग का खेल चलता है. आए दिन कृषि भूमि पर अवैध प्लाटिंग की शिकायतें मिलती हैं. ऐसा ही एक मामला हाल ही में सामने आया है.
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई : अलवर जयपुर सड़क मार्ग पर ऋतंभरा होटल के पीछे 10 से 15 बीघा जमीन पर प्लाटिंग हो रही थी और अवैध कॉलोनी बसाई जा रही थी. इसके अलावा भाखेड़ा में 30 से 35 बीघा जमीन पर प्लॉटिंग हुई और निर्माण कार्य भी शुरू हो गए. भू माफियाओं ने यहां सड़क सीवर लाइन सहित कई कार्य भी शुरू कर दिए. इसकी जानकारी मिलने के बाद यूआईटी की टीम मौके पर पहुंची और अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के साथ ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई (Encroachment Removal Action In Alwar) को अंजाम दिया.
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कृषि भूमि पर बिना कन्वर्जन के निर्माण
यूआईटी की टीम ने करोड़ों की जमीन को भू माफियाओं के चंगुल से मुक्त (Land freed from the Mafia) कराया है. यूआईटी के अधिकारियों ने कहा कि कृषि भूमि पर बिना कन्वर्जन के निर्माण (Construction on agricultural land without conversion) कार्य चल रहा था. भू माफिया बिना कन्वर्जन के प्लाटिंग करते हैं. इससे यूआईटी (UIT) और सरकार को करोड़ों का नुकसान होता है. इसलिए अवैध निर्माण को रुकवाते हुए इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया. उन्होंने कहां की बीते दिनों रामगढ़ रोड पर भी कार्रवाई की गई थी. इसके अलावा कृषि भूमि पर होने वाली अवैध प्लाटिंग (Illegal plotting on agricultural land) को रोका जा रहा है.
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