अलवर. लॉकडाउन के बाद अलवर में 19 जुलाई से आर्थिक गणना का सर्वे शुरू हो गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में यह काम शुरू हो चुका है. लॉकडाउन के चलते जिले में चल रही आर्थिक गणना की प्रक्रिया रूक गई थी. ऐसे में सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए फिर से गणना का काम शुरू किया जा रहा है. जिले में लंबे समय से आर्थिक गणना का काम चल रहा है. अलवर शहर में 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते व लॉकडाउन के कारण गणना पर ब्रेक लग गया.
लॉकडाउन के कारण 3 माह तक काम पूरी तरह से बंद रहा. 19 जुलाई से फिर से आर्थिक गणना के लिए सर्वे का काम शुरू हो गया है. ग्रामीण क्षेत्र में यह काम शुरू हो चुका है. लॉकडाउन के कारण यह प्रक्रिया रोक दी गई थी. गणना के कार्य में जुटी एजेंसी कॉमन सर्विस सेंटर के अधिकारियों ने बताया कि हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करते हुए यह प्रक्रिया फिर से शुरू की जा रही है. अभी जिले के मालाखेड़ा थानागाजी ढकपुरी क्षेत्र में सर्वे चल रहा है. तीनों जगह पर एक-एक टीम लगी हुई है. अलवर शहर में 19 जुलाई से सर्वे प्रारंभ हो गया है. यहां सर्वे के लिए अलग से टीम लगाई जाएगी. शहर में 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. कंटेनमेंट एरिया में अभी सर्वे नहीं किया जाएगा. सर्वे करने वाली टीम को निर्देश दिए गए हैं कि वो घर या प्रतिष्ठान के बाहर से सर्वे करें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, मास्क लगाएं, बार-बार हाथ धोते रहें और सैनिटाइजर का उपयोग करें.
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आर्थिक गणना के कार्य में जुटे एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि लॉकडाउन से पहले आर्थिक गणना सर्वे में जिले में 240 टीमें लगी हुई थी. लॉकडाउन के कारण सर्वे का काम प्रभावित हुआ. आर्थिक गणना 3 माह तक बंद रही साथ ही आर्थिक गणना सर्वे की मॉनिटरिंग NSSO द्वारा की जा रही है. जबकि राज्य के सांख्यिकी विभाग द्वारा समन्वय कार्य किया जा रहा है. इस आर्थिक गणना में सभी तरह की जानकारियां दर्ज की जा रही हैं. केंद्र सरकार की तरफ से अलवर सहित देशभर में आर्थिक गणना चल रही है. इसमें एक परफॉर्मा भरा जाता है. जिसमें मकान नंबर, मकान मालिक, रहने वाले का नाम, परिवार के सदस्यों की संख्या, रोजगार, घर में साधन, सहित सभी तरह की छोटी-छोटी जानकारियां दर्ज की जाती हैं.