अलवर. कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली को (Delhi Police stopped cabinet minister Tikaram Julie) पुलिस ने रोक लिया. मंत्री जूली ने दिल्ली के आरके पुरम थाना पुलिस पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है. दिल्ली में प्रवेश करते ही कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली की गाड़ी को बीच रास्ते में रोका गया और कहा कि इससे आगे जाने की अनुमति नहीं है. मंत्री जूली के अनुसार उन्होंने बताया कि उन्हें राजस्थान हाउस जाना है, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया. कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली के साथ अलवर कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा और पूर्व प्रधान शिवलाल गुर्जर भी साथ थे.
कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली का कहना है कि जब पुलिस से उन्हें रोके जाने का कारण पूछा तो उन्हें उचित जवाब नहीं दिया गया. पुलिस ने कहा कि आपके लिए आगे जाना मना है. मंत्री ने कहा कि उन्हें राजस्थान हाउस ले जाया जाए. काफी देर बहस के बाद दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल को उनके साथ बैठा दिया गया, लेकिन उन्हें राजस्थान हाउस ले जाने के बजाए दिल्ली का चक्कर लगवाया गया. काफी समय बाद उन्हें आरके पुरम थाने ले जाया गया. मंत्री जूली ने बताया कि उन्हें और कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा को हिरासत में ले लिया गया और फिर आधे घंटे बाद जाने दिया.
कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है. वो कार्यकर्ताओं के साथ शांतिपूर्वक अपने रास्ते जा रहे थे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने जबरदस्ती रोक लिया और राजस्थान हाउस ले जाने के बजाए उन्हें आरके पुरम थाने ले गए. मंत्री जूली ने कहा कि केन्द्र सरकार के इशारों पर हुए इस र्दुव्यवहार का बदला अवश्य लिया जाएगा. कैबिनेट मंत्री को कुछ देर बाद छोड़ा गया. उसके बाद वह जयपुर के लिए रवाना हो गए. यह मामला सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं मंत्री जूली की तरफ से फेसबुक लाइव भी किया गया.