अलवर. पार्षद देवेंद्र रसगनिया ने अलवर नगर परिषद के गेट पर गुरुवार को धरना (councillor protest at the gate of Alwar Municipal Corporation) दिया. पार्षद ने धरने पर ही घर से लाया टिफिन खोला और भोजन किया. रसगनिया का आरोप है कि परिषद में कुछ भी ठीक नहीं है. विकास कार्य नहीं हो रहे हैं. इससे जनता पार्षदों को शिकायतें कर रही है. इससे परेशान हो धरना दिया गया.
वार्ड नंबर 11 के पार्षद देवेंद्र रसगनिया गुरुवार को अलवर नगर परिषद के गेट पर धरने पर बैठ गए. धरना स्थल पर ही पार्षद ने टिफिन खोल भोजन करना शुरू कर किया. पार्षद ने अपने हाथ में अनाथ अलवर नगर परिषद, लापता कमिश्नर सहित विभिन्न स्लोगन के पोस्टर ले रखे थे. पार्षद ने कहा कि कांग्रेस का बोर्ड बने ढाई साल का समय हो चुका है. लेकिन शहर में एक भी विकास का काम नहीं हुआ. जो काम चल रहे थे, वो काम भी रुक गए हैं. नगर परिषद पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. दो बार एसीबी की बड़ी कार्रवाई हो चुकी है. इस दौरान एसीबी ने जांच पड़ताल के लिए जो काम चल रहे थे. उनकी फाइलों को अपने कब्जे में ले लिया. सभी काम रुक चुके हैं. सफाई व्यवस्था चौपट हो चुकी है. शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं.
पार्षद ने कहा कि दो माह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है. सफाई व्यवस्था में लगी गाड़ियों में पेट्रोल की व्यवस्था नहीं है. सफाई ठेकेदार को पेमेंट नहीं हुआ है. जिसके चलते गाड़ियां खड़ी हुई हैं. अलवर नगर परिषद कमिश्नर का चार्ज फतेह चंद मीणा को दिया गया है, जिसके चलते वो स्थाई तौर पर यहां नहीं बैठ पा रहे हैं. नगर परिषद में फैली अव्यवस्था से परेशान पार्षद पहले भी विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं. पार्षदों का कहना है कि उनके क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने के कारण वार्ड की जनता पार्षदों को खरी-खोटी सुना रही है. सरकार व मंत्रियों को जल्द ही इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए.