ETV Bharat / city

अलवर: काम बंद, टैक्स चालू...व्यापारियों में आक्रोश

अलवर सहित पूरे प्रदेश में 50 हजार से अधिक ऐसे लोग हैं जो होटल, टेंट, लाइट, डेकोरेशन, इवेंट, डीजे सहित अन्य शादी और उससे जुड़े कार्यों में लगे हुए हैं. इन लोगों से जुड़े हुए करीब पांच लाख लोग हैं जो पूरी तरह से बेरोजगार हो चुके हैं. मार्च से अब तक कामकाज पूरी तरीके से ठप है. उसके बाद भी सरकार इस व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों से टैक्स वसूल रही है.

alwar news,  अलवर की खबर,  rajasthan latest news,  राजस्थान हिंदी न्यूज
काम-धंधा बंद होने के बाद भी सरकार ले रही टैक्स
author img

By

Published : Aug 30, 2020, 12:01 PM IST

अलवर. प्रदेश के अलवर शहर सहित देशभर में मार्च महीने से मांगलिक कार्यों पर रोक लगी हुई है. ऐसे में होटल, मैरिज गार्डन, बैंक्वेट हॉल, लॉन सहित सभी जगह बंद हैं, लेकिन उसके बाद भी सरकार लगातार हर महीने टैक्स वसूल रही है. ऐसे में परेशान लोगों ने कहा कि अगर यही हालात रहे तो लोग आत्महत्या करने को मजबूर रहेंगे. ऐसे में सरकार अगर मदद नहीं कर सकती तो उनकी परेशानी टैक्स वसूल के ना बढ़ाएं, क्योंकि काम-धंधे बंद होने के कारण लोगों के पास घर चलाने के लिए पैसे नहीं बचे हैं.

काम-धंधा बंद होने के बाद भी सरकार ले रही टैक्स

अकेले अलवर शहर में 80 से अधिक मैरिज गार्डन हैं, जबकि पूरे जिले में 400 से 500 मैरिज होम हैं. जो कोरोना के चलते पूरी तरह से बंद हैं. अलवर सहित पूरे प्रदेश में 50,000 से अधिक ऐसे लोग हैं, जो होटल, टेंट, लाइट, डेकोरेशन, इवेंट, डीजे सहित अन्य शादी और उससे जुड़े हुए कार्यों में लगे हुए हैं. इन लोगों से जुड़े हुए करीब पांच लाख लोग हैं. जो पूरी तरह से बेरोजगार हो चुके हैं. मार्च से अब तक कामकाज पूरी तरीके से ठप है. उसके बाद भी सरकार इस व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों से टैक्स वसूल रही है.

काम बंद, टैक्स चालू...

मैरिज होम होटल में विभिन्न व्यवसाय के व्यापारियों ने कहा कि आए दिन सरकारी विभाग की तरफ से उनको नोटिस मिलता है. वहीं काम बंद होने के बाद भी टैक्स देना पड़ रहा है. नगर परिषद से साफ-सफाई और कार्यक्रम स्थल का टैक्स, पॉल्यूशन विभाग से परमिशन लेनी पड़ती है. उसका टैक्स देना पड़ता है. अग्निशमन विभाग से फायर की एनओसी लेनी पड़ती है. उसको टैक्स देना पड़ता है. इसके अलावा बिजली की दोहरी मार व्यवसायियों पर पड़ रही है.

यह भी पढ़ें : चूरू: कोरोना मरीजों को बगैर कलेक्टर आदेश के नहीं किया जाएगा रेफर

परेशान व्यापारी लगातार सरकार प्रशासनिक अधिकारियों से टैक्स में छूट दिलवाने की मांग कर रहे हैं. वहीं आए दिन अपनी समस्या रख रहे हैं. लोगों ने कहा कि अगर यही हालात रहे, तो आने वाले समय में उनको आत्महत्या तक करनी पड़ सकती है, क्योंकि घर खर्च चलाने के लिए पैसे नहीं बचे हैं. उनके व्यवसाय में जुड़े हुए कर्मचारियों का खर्च भी उन पर ही पड़ रहा है. ऐसे में काम-धंधे बंद हैं. लगातार पांच माह से किसी तरह से अभी तक उधार लेकर काम चलाया गया है, लेकिन अब लोगों ने उधार देना भी बंद कर दिया है.

सरकार माफ करे टैक्स...

वहीं, बैंक से लिए गए लोन की किस्त भी बाउंस हो रही है. लगातार उनके खिलाफ कई तरह के नोटिस जारी किए जा रहे हैं. आने वाला समय व्यापारियों के लिए बड़ा ही परेशानी भरा है. उन्होंने कहा कि सरकार अगर कोई मदद नहीं कर सकती. कम से कम इनसे वसूला जाने वाला टैक्स माफ कर दिया जाए.

लाइट साउंड एंड होटल मैरिज गार्डन इवेंट डीजे फ्लावर डेकोरेशन सहित सभी एसोसिएशन के लोगों ने एक साथ एक मंच पर आकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी समस्या नहीं सुनेगी तो वह अपना विरोध उग्र करेंगे. उन्होंने कहा कि उनसे पूरा बाजार वह एक बड़ा तबका जुड़ा हुआ है. जैसे ही इस चित्र में काम का शुरू होगा, लोगों का जीवन पटरी पर लौटने लगेगा.

अलवर. प्रदेश के अलवर शहर सहित देशभर में मार्च महीने से मांगलिक कार्यों पर रोक लगी हुई है. ऐसे में होटल, मैरिज गार्डन, बैंक्वेट हॉल, लॉन सहित सभी जगह बंद हैं, लेकिन उसके बाद भी सरकार लगातार हर महीने टैक्स वसूल रही है. ऐसे में परेशान लोगों ने कहा कि अगर यही हालात रहे तो लोग आत्महत्या करने को मजबूर रहेंगे. ऐसे में सरकार अगर मदद नहीं कर सकती तो उनकी परेशानी टैक्स वसूल के ना बढ़ाएं, क्योंकि काम-धंधे बंद होने के कारण लोगों के पास घर चलाने के लिए पैसे नहीं बचे हैं.

काम-धंधा बंद होने के बाद भी सरकार ले रही टैक्स

अकेले अलवर शहर में 80 से अधिक मैरिज गार्डन हैं, जबकि पूरे जिले में 400 से 500 मैरिज होम हैं. जो कोरोना के चलते पूरी तरह से बंद हैं. अलवर सहित पूरे प्रदेश में 50,000 से अधिक ऐसे लोग हैं, जो होटल, टेंट, लाइट, डेकोरेशन, इवेंट, डीजे सहित अन्य शादी और उससे जुड़े हुए कार्यों में लगे हुए हैं. इन लोगों से जुड़े हुए करीब पांच लाख लोग हैं. जो पूरी तरह से बेरोजगार हो चुके हैं. मार्च से अब तक कामकाज पूरी तरीके से ठप है. उसके बाद भी सरकार इस व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों से टैक्स वसूल रही है.

काम बंद, टैक्स चालू...

मैरिज होम होटल में विभिन्न व्यवसाय के व्यापारियों ने कहा कि आए दिन सरकारी विभाग की तरफ से उनको नोटिस मिलता है. वहीं काम बंद होने के बाद भी टैक्स देना पड़ रहा है. नगर परिषद से साफ-सफाई और कार्यक्रम स्थल का टैक्स, पॉल्यूशन विभाग से परमिशन लेनी पड़ती है. उसका टैक्स देना पड़ता है. अग्निशमन विभाग से फायर की एनओसी लेनी पड़ती है. उसको टैक्स देना पड़ता है. इसके अलावा बिजली की दोहरी मार व्यवसायियों पर पड़ रही है.

यह भी पढ़ें : चूरू: कोरोना मरीजों को बगैर कलेक्टर आदेश के नहीं किया जाएगा रेफर

परेशान व्यापारी लगातार सरकार प्रशासनिक अधिकारियों से टैक्स में छूट दिलवाने की मांग कर रहे हैं. वहीं आए दिन अपनी समस्या रख रहे हैं. लोगों ने कहा कि अगर यही हालात रहे, तो आने वाले समय में उनको आत्महत्या तक करनी पड़ सकती है, क्योंकि घर खर्च चलाने के लिए पैसे नहीं बचे हैं. उनके व्यवसाय में जुड़े हुए कर्मचारियों का खर्च भी उन पर ही पड़ रहा है. ऐसे में काम-धंधे बंद हैं. लगातार पांच माह से किसी तरह से अभी तक उधार लेकर काम चलाया गया है, लेकिन अब लोगों ने उधार देना भी बंद कर दिया है.

सरकार माफ करे टैक्स...

वहीं, बैंक से लिए गए लोन की किस्त भी बाउंस हो रही है. लगातार उनके खिलाफ कई तरह के नोटिस जारी किए जा रहे हैं. आने वाला समय व्यापारियों के लिए बड़ा ही परेशानी भरा है. उन्होंने कहा कि सरकार अगर कोई मदद नहीं कर सकती. कम से कम इनसे वसूला जाने वाला टैक्स माफ कर दिया जाए.

लाइट साउंड एंड होटल मैरिज गार्डन इवेंट डीजे फ्लावर डेकोरेशन सहित सभी एसोसिएशन के लोगों ने एक साथ एक मंच पर आकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी समस्या नहीं सुनेगी तो वह अपना विरोध उग्र करेंगे. उन्होंने कहा कि उनसे पूरा बाजार वह एक बड़ा तबका जुड़ा हुआ है. जैसे ही इस चित्र में काम का शुरू होगा, लोगों का जीवन पटरी पर लौटने लगेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.