अलवर. जिले को गुटखे की राजधानी कहा जाता है, अलवर में गुटखा बनने वालू कम्पनी के कई ब्रांड पूरे देश में सप्लाई होते है.इन ब्रांड की देश में खासी डिमांड है. प्रतिदिन हजारों टन गुटखे की सप्लाई होती है, इसलिए अलवर के लोग गुटखा अधिक खाते हैं. लेकिन लॉकडाउन के दौरान अलवर में खुलेआम गुटके की कालाबाजारी चल रही है. 10 रुपए गुटखे का पाउच 25 से 30 रुपए में बिक रहा है.
इस तरह से 5 रुपए गुटखे का पाउच 20 रुपए तक में लोगों को मिल रहा. इस तरह से धूम्रपान और तंबाकू की भी कालाबाजारी हो रही है. लॉकडाउन के बीच दुकानों पर धड़ल्ले से यह सामान बेचा जा रहा है. सरकार के तमाम दावों के बाद भी अलवर में बेखौफ दुकानदार गुटका कारोबारी का खेल खेल रहे हैं.
पढ़ेंः अलवर में विवाहिता की हत्या, ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप
बता दें कि कुछ दिन पहले सेल टैक्स विभाग की तरफ से अलवर के तीन गुटखा कारोबारी पर कार्रवाई करते हुए. उनके रिकॉर्ड जब्त किए गए. वहीं गुटखे की हो रही कालाबाजारी के चलते सेल टैक्स विभाग की तरफ से भी कार्रवाई की गई. हालांकि अभी तक जुर्माने का आकलन नहीं पता चला है, लेकिन जिला प्रशासन पुलिस और अन्य संबंधित विभाग अपनी आंख बंद करके बैठे हुए हैं. अलवर में खुलेआम गुटखे का खेल चल रहा है.