अलवर. जिलें में हर साल सेना भर्ती का आयोजन होता है. इसमें अलवर सहित दौसा और सवाई माधोपुर के 36 हजार युवा हिस्सा लेंगे. सेना को अलवर में बेहतर युवा मिलते हैं तो वहीं अलवर और आसपास के क्षेत्र के युवाओं को भी सेना में नौकरी मिलती है. इसलिए बड़ी संख्या में युवा सेना में भर्ती होने के लिए साल भर तैयारी करते हैं.
अलवर की इंदिरा गांधी स्टेडियम में 4 जनवरी से सेना भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसमें अलवर, दौसा और सवाई माधोपुर के युवा हिस्सा ले रहे हैं. 6 जनवरी को सवाई माधोपुर और अलवर की कुछ तहसील के युवा सेना भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे. प्रत्येक विधानसभा में तहसील की अलग तारीख के हिसाब से युवा भर्ती में हिस्सा लेते हैं. अलवर में इन दिनों कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. ऐसी सर्दी के दौरान भी युवाओं का हौसले कम नहीं है. कड़ाके की सर्दी में युवा रात दो बजे से लाइन में लग जाते हैं. उसके बाद तड़के 4 बजे से दौड़ प्रक्रिया शुरू होती है.
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प्रतिदिन 5 हजार युवा भर्ती प्रक्रिया में शामिल होते हैं. इसमें पास होने वाले युवाओं की शारीरिक दक्षता, लंबी कूद, पुशअप सहित कई अन्य जांच पड़ताल भी होती है. उसके बाद दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया शुरू होती है. अंत में युवाओं का मेडिकल होता है. सभी चीजों में पास होने वाले युवा लिखित परीक्षा में हिस्सा लेते हैं. 23 फरवरी को भर्ती प्रक्रिया के दौरान पास होने वाले युवाओं की लिखित परीक्षा होगी.
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देशभर में लगातार सेना भर्ती में आए दिन मिलने वाली गड़बड़ी को देखते हुए इस बार सेना की तरफ से भर्ती के दौरान खासी सावधानी बरती जा रही है. सेना भारतीय स्थल पर प्रवेश द्वार से लेकर प्रत्येक कार्य में पूरी सावधानी बरती जा रही है. तो वहीं सेना की तरफ से खास टेक्नोलॉजी का भी उपयोग किया गया है. सेना की खुफिया एजेंसी सहित कई टीमें भर्ती स्थल के आसपास घूमने वाले दलालों पर नजर बनाए हुए हैं. पुलिस का भी खुफिया तंत्र लगातार भर्ती में शामिल होने वाले युवा और दलालों पर नजर रख रहा है. भर्ती स्थल पर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.