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अलवर में डॉक्टर्स का प्रदर्शन, कार्रवाई के विरोध में खोला मोर्चा

अलवर में शिशु अस्पताल में मासूम की मौत के बाद हुई कार्रवाई के विरोध में लगातार डॉक्टरों का प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है. वहीं अपनी मांगों को लेकर रविवार को भी डॉक्टरों ने मिलकर प्रदर्शन किया.

अस्पताल में डाक्टरों नें किया प्रदर्शन
अस्पताल में डाक्टरों नें किया प्रदर्शन
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Published : Jan 5, 2020, 3:58 PM IST

अलवर. जिले के राजीव गाँधी सामान्य अस्पताल में रविवार को डॉक्टर्स और नर्सिंगकर्मियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. वहीं प्रदर्शन करते हुए डॉक्टर्स ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर दो दिन में गीतानंद शिशु अस्पताल में निलंबित किए गए 2 डॉक्टरों सहित 6 कर्मचारियों को बहाल नहीं किया गया तो, अलवर जिले में मेडिकल सेवा प्रभावित कर दी जाएंगी. वहीं प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि प्रदेश स्तर पर आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए डॉक्टर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष अलवर आएंगे.

अलवर अस्पताल में डॉक्टरों का प्रदर्शन

पढ़ें- 1 भी बच्चे की मौत गंभीर, लेकिन शिशुओं की मौत पर राजनीति नहीं करे BJP: अर्चना शर्मा

वहीं अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि डॉक्टर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष के आने के बाद आंदोलन को और तेज किया जाएगा. मिली जानकारी के मुताबिक डॉक्टरों के समर्थंन में रेजिडेंट डॉक्टर्स भी हड़ताल में आने को तैयार है. आने वाले मंगलवार के बाद प्रदेश में हड़ताल की रूपरेखा बना कर सरकार को मजबूर किया जाएगा. डॉक्टरों ने बताया कि अस्पताल में आग लगने से वार्मर मशीन जली थी, उसके लिए जिम्मेदार अधिकारी पीएमओ और मेंटिनेंस करने वाली केटीपीएल कंपनी है. जिनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. डॉक्टर्स का कहना है कि जांच टीम में खुद पीएमओ शामिल थे और अब पीएमओ से जांच रिपोर्ट मांग रहे है तो वह देने से मना कर रहा है. उन्होंने कहा इस मामले की न्यायिक जांच एडीएम सिटी उत्तम सिंह शेखावत को सौंपी गई है. उस जांच में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होने की उम्मीद हैं.

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गौरतलब है कि शिशु अस्पताल के 31 दिसम्बर को एफबीएनसी वार्ड में वार्मर मशीन में आग लगने से एक बच्ची की झुलसने से मौत हो गई थी. इस मामले में चिकित्सा विभाग के लापरवाही के आरोप में अस्पताल के 2 डॉक्टरों समेत 6 कार्मिकों को निलंबित कर दिया था. शिशु रोग प्रभारी डॉ. महेश शर्मा और एमओ डॉक्टर कृपाल सिंह यादव को निलंबित कर दिया था. इनके अलावा एफबीएनसी यूनिट की इंचार्ज शारदा शर्मा , नर्स स्नेह लता शर्मा, भारती मीणा और वॉर्ड बॉय तारा मीणा को निलंबित कर दिया था. वहीं अनुबंध पर रखे गए इलेक्ट्रिशियन को भी की भी सेवा समाप्त कर दी रही है. राजस्थान चिकित्सक एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन लाल सिंधी ने बताया हॉस्पिटल में फॉल्ट आने से हादसा हुआ, उसके लिए पीएमओ और सीएमएचओ जिम्मेदार है. इसलिए दोनों अपनी कुर्सी बचाये रखने के लिए निर्दोष स्टाफ को निलंबित करवाया गया है. उन्होंने प्रदर्शन के बारे में बताते हुए कहा कि दो दिन बाद प्रदेश स्तर पर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी और रेजिडेंट डॉक्टर भी उसके पक्ष में सहयोग के लिए तैयार है.

अलवर. जिले के राजीव गाँधी सामान्य अस्पताल में रविवार को डॉक्टर्स और नर्सिंगकर्मियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. वहीं प्रदर्शन करते हुए डॉक्टर्स ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर दो दिन में गीतानंद शिशु अस्पताल में निलंबित किए गए 2 डॉक्टरों सहित 6 कर्मचारियों को बहाल नहीं किया गया तो, अलवर जिले में मेडिकल सेवा प्रभावित कर दी जाएंगी. वहीं प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि प्रदेश स्तर पर आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए डॉक्टर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष अलवर आएंगे.

अलवर अस्पताल में डॉक्टरों का प्रदर्शन

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वहीं अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि डॉक्टर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष के आने के बाद आंदोलन को और तेज किया जाएगा. मिली जानकारी के मुताबिक डॉक्टरों के समर्थंन में रेजिडेंट डॉक्टर्स भी हड़ताल में आने को तैयार है. आने वाले मंगलवार के बाद प्रदेश में हड़ताल की रूपरेखा बना कर सरकार को मजबूर किया जाएगा. डॉक्टरों ने बताया कि अस्पताल में आग लगने से वार्मर मशीन जली थी, उसके लिए जिम्मेदार अधिकारी पीएमओ और मेंटिनेंस करने वाली केटीपीएल कंपनी है. जिनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. डॉक्टर्स का कहना है कि जांच टीम में खुद पीएमओ शामिल थे और अब पीएमओ से जांच रिपोर्ट मांग रहे है तो वह देने से मना कर रहा है. उन्होंने कहा इस मामले की न्यायिक जांच एडीएम सिटी उत्तम सिंह शेखावत को सौंपी गई है. उस जांच में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होने की उम्मीद हैं.

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गौरतलब है कि शिशु अस्पताल के 31 दिसम्बर को एफबीएनसी वार्ड में वार्मर मशीन में आग लगने से एक बच्ची की झुलसने से मौत हो गई थी. इस मामले में चिकित्सा विभाग के लापरवाही के आरोप में अस्पताल के 2 डॉक्टरों समेत 6 कार्मिकों को निलंबित कर दिया था. शिशु रोग प्रभारी डॉ. महेश शर्मा और एमओ डॉक्टर कृपाल सिंह यादव को निलंबित कर दिया था. इनके अलावा एफबीएनसी यूनिट की इंचार्ज शारदा शर्मा , नर्स स्नेह लता शर्मा, भारती मीणा और वॉर्ड बॉय तारा मीणा को निलंबित कर दिया था. वहीं अनुबंध पर रखे गए इलेक्ट्रिशियन को भी की भी सेवा समाप्त कर दी रही है. राजस्थान चिकित्सक एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन लाल सिंधी ने बताया हॉस्पिटल में फॉल्ट आने से हादसा हुआ, उसके लिए पीएमओ और सीएमएचओ जिम्मेदार है. इसलिए दोनों अपनी कुर्सी बचाये रखने के लिए निर्दोष स्टाफ को निलंबित करवाया गया है. उन्होंने प्रदर्शन के बारे में बताते हुए कहा कि दो दिन बाद प्रदेश स्तर पर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी और रेजिडेंट डॉक्टर भी उसके पक्ष में सहयोग के लिए तैयार है.

Intro:एंकर....अलवर जिले के राजीव गाँधी सामान्य अस्पताल में आज डाक्टरो ओर नर्सिंग कर्मियों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और प्रशासन को चेतावनी दी गई कि दो दिन में गितानन्द शिशु अस्पताल में निलंबित किये गए 2डॉक्टरो सहित 6 कर्मचारियों को बहाल नही किया गया तो अलवर जिले में मेडिकल सेवा प्रभावित कर दी जाएंगी और प्रदेश स्तर पर आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए डॉक्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अलवर आएंगे और इसके बाद इस आंदोलन को तेज किया जाएगा। डॉक्टरो के समर्थंन में रेजिडेंट डॉक्टर्स भी हड़ताल में आने को तैयार है। मंगलवार के बाद प्रदेश में हड़ताल की रूपरेखा बना कर सरकार को मजबूर किया जाएगा।
Body:डॉक्टरो ने कहा अस्पताल में आग लगने से वार्मर मशीन जली थी उंसके लिए जिम्मेदार अधिकारी पीएमओ ओर मेंटिनेंस करने वाली केटीपीएल कंपनी है जिनके खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई। जांच टीम में खुद पीएमओ शामिल था। और अब पीएमओ से जांच रिपोर्ट मांग रहे है तो वह देने से मना कर रहा है। उन्होंने कहा इस मामले की न्यायिक जांच एडीएम सिटी उत्तम सिंह शेखावत को सौपी गई है। उस जांच में दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होने की उम्मीद हैं ।
गोरतलब है कि शिशु अस्पताल के 31 दिसम्बर को एफबीएनसी वार्ड में वार्मर मशीन में आग लगने से एक बच्ची की झुलसने से मौत हो गई थी। इस मामले में चिकित्सा विभाग के द्वारा लापरवाही के आरोप में अस्पताल के 2 डाक्टरो सहित 6 कार्मिकों को निलंबित कर दिया था। शिशु रोग प्रभारी डॉ महेश शर्मा एवं एम ओ डॉक्टर कृपाल सिंह यादव को निलंबित कर दिया है। इनके अलावा  एफबीएनसी यूनिट की इंचार्ज शारदा शर्मा , नर्स स्नेह लता शर्मा और भारती मीणा एवं वार्ड बॉय तारा मीणा को निलंबित कर दिया है ।वही अनुबंध पर रखे गए इलेक्ट्रिशियन को भी की भी सेवा समाप्त कर दी रही हैं।
Conclusion:राजस्थान चिकित्सक एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन लाल सिंधी ने बताया हॉस्पिटल में फाल्ट आने से हादशा हुआ उंसके लिए पीएमओ ओर सीएमएचओ जिम्मेदार है इसलिए दोनों अपनी कुर्सी बचाये रखने के लिए निर्दोष स्टाफ को निलंबित करवाया गया है। दो दिन बाद प्रदेश स्तर पर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी और रेजिडेंट डॉक्टर भी उंसके पक्ष में सहयोग के लिए तैयार है।
बाईट...मोहनलाल सिंधी..प्रदेश उपाध्यक्ष डॉक्टर एसोसिएशन
बाईट...नरेन्द्र इंडोलिया..डॉक्टर


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