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अलवर पुलिस पर एक लाख की रिश्वत लेकर लॉकअप से छोड़ने का आरोप, SP ने SHO और ASI को किया निलंबित - Alwar police accused of taking bribe

अलवर में पुलिस को बदनाम करने का एक और मामला सामने आया है. मामले में बड़ौदामेव के थाना प्रभारी रामकिशन यादव और एसआई पप्पू मीणा ने एक निर्दोष युवक को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर लॉकअप में बंद कर दिया. शुरुआती जांच में दोषी मिलने पर एसपी ने रामकिशन और पप्पू राम को निलंबित कर दिया है.

Alwar police accused of corruption,  Order of Alwar SP
अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम
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Published : Jan 15, 2021, 4:33 PM IST

अलवर. जिले में कुछ दिन पहले झूठे मामले में फंसाने और रिश्वत के मामले में एक डिप्टी एसपी व उसके ड्राइवर को एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा था. इस मामले में दोनों आरोपी जेल में है. तो वहीं हाल ही में अलवर के बडौदामेव प्रभारी रामकिशन यादव और एसआई पप्पू राम मीणा को निलंबित करने का मामला सामने आया है.

अलवर पुलिस पर रिश्वत लेकर लॉकअप से छोड़ने का आरोप

पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि हरियाणा के फिरोजपुर झिरका थाना इलाके के लड्डू वास गांव के रहने वाले समसुद्दीन खान ने दिसंबर 2020 में शिकायत दी थी. उसने बताया था कि उसके रिश्तेदार आरिफ खान निवासी नगर जिला भरतपुर को बस से अलवर जाते समय बड़ौदामेव थाना पुलिस ने शीतल मोड़ के पास बस से नीचे उतार लिया और थाने ले गए. पुलिस की ओर से आरिफ को पकड़ने की सूचना मिलने पर परिजन बड़ौदामेव थाने पहुंचे. जहां पुलिस ने उसे लॉकअप में बंद कर दिया था.

पढ़ें- ACB की बड़ी कार्रवाई : डूंगरपुर कोतवाली थाने का ASI 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

शिकायत में लिखा था कि थाना अधिकारी और एएसआई के परिजनों ने आरिफ के अपराध के बारे में पूछा तो उन्होंने आरिफ को ओएलएक्स के मामले में फंसाने की धमकी दी और उसे छोड़ने की एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी. यह रकम देने के बाद थाना अधिकारी ने युवक को छोड़ दिया. एसपी ने इस मामले की जांच लक्ष्मणगढ़ सीओ अशोक चौहान को दी.

एसपी की प्रारंभिक जांच में थानाधिकारी और एसआई पर ओएलएक्स के झूठे आरोप में निर्दोष युवकों थाना लाकर लॉकअप में बंद करने की बात सामने आई. जांच अधिकारी लक्ष्मणगढ़ सीओ अशोक चौहान ने बताया कि थानाधिकारी और एसआई की ओर से एक लाख रुपए की रिश्वत लेने की जांच अभी चल रही है. प्राथमिक जांच में सामने आया कि युवक आरिफ अपने परिजनों के साथ खेती करता था. युवक ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था. उसके खिलाफ किसी थाने में कोई मामला दर्ज भी नहीं है.

थानाधिकारी और एएसआई ने उसे बिना वजह लॉकअप में बंद किया. इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर थानाधिकारी और एएसआई को निलंबित कर मुख्यालय अलवर लाइन रहने के निर्देश दिए हैं. एसपी ने बताया कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस मामले की शिकायत मिलने के बाद जांच कराई गई, जिसमें दोनों आरोपी दोषी पाए गए. आगे भी रिश्वत के मामले में गुनाहगार पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.

अलवर. जिले में कुछ दिन पहले झूठे मामले में फंसाने और रिश्वत के मामले में एक डिप्टी एसपी व उसके ड्राइवर को एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा था. इस मामले में दोनों आरोपी जेल में है. तो वहीं हाल ही में अलवर के बडौदामेव प्रभारी रामकिशन यादव और एसआई पप्पू राम मीणा को निलंबित करने का मामला सामने आया है.

अलवर पुलिस पर रिश्वत लेकर लॉकअप से छोड़ने का आरोप

पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि हरियाणा के फिरोजपुर झिरका थाना इलाके के लड्डू वास गांव के रहने वाले समसुद्दीन खान ने दिसंबर 2020 में शिकायत दी थी. उसने बताया था कि उसके रिश्तेदार आरिफ खान निवासी नगर जिला भरतपुर को बस से अलवर जाते समय बड़ौदामेव थाना पुलिस ने शीतल मोड़ के पास बस से नीचे उतार लिया और थाने ले गए. पुलिस की ओर से आरिफ को पकड़ने की सूचना मिलने पर परिजन बड़ौदामेव थाने पहुंचे. जहां पुलिस ने उसे लॉकअप में बंद कर दिया था.

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शिकायत में लिखा था कि थाना अधिकारी और एएसआई के परिजनों ने आरिफ के अपराध के बारे में पूछा तो उन्होंने आरिफ को ओएलएक्स के मामले में फंसाने की धमकी दी और उसे छोड़ने की एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी. यह रकम देने के बाद थाना अधिकारी ने युवक को छोड़ दिया. एसपी ने इस मामले की जांच लक्ष्मणगढ़ सीओ अशोक चौहान को दी.

एसपी की प्रारंभिक जांच में थानाधिकारी और एसआई पर ओएलएक्स के झूठे आरोप में निर्दोष युवकों थाना लाकर लॉकअप में बंद करने की बात सामने आई. जांच अधिकारी लक्ष्मणगढ़ सीओ अशोक चौहान ने बताया कि थानाधिकारी और एसआई की ओर से एक लाख रुपए की रिश्वत लेने की जांच अभी चल रही है. प्राथमिक जांच में सामने आया कि युवक आरिफ अपने परिजनों के साथ खेती करता था. युवक ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था. उसके खिलाफ किसी थाने में कोई मामला दर्ज भी नहीं है.

थानाधिकारी और एएसआई ने उसे बिना वजह लॉकअप में बंद किया. इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर थानाधिकारी और एएसआई को निलंबित कर मुख्यालय अलवर लाइन रहने के निर्देश दिए हैं. एसपी ने बताया कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस मामले की शिकायत मिलने के बाद जांच कराई गई, जिसमें दोनों आरोपी दोषी पाए गए. आगे भी रिश्वत के मामले में गुनाहगार पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.

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