अलवर. कोरोना काल के दौरान बंद पांडुपोल हनुमान मंदिर अब आम लोगों के लिए खुल चुका है. दरबार में बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं. शनिवार और मंगलवार को देश भर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु हनुमान जी के दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं. भक्तों की संख्या ज्यादा होने पर सरिस्का में कई बार जाम की स्थिति भी बन जाती है. बता दें कि पांडुपोल हनुमान मंदिर अपनी विशेष पहचान रखता है.
यह भी पढ़ें: कोरोना पर भारी आस्था: 7 लाख 51 हजार दीयों से जगमगाई मेवाड़ की 'छोटी अयोध्या', श्रद्धालुओं ने किया दीपदान
कहते हैं पांडवों के अज्ञातवास के दौरान हनुमान जी ने पांडुपोल में भीम का घमंड तोड़ा था. जिस स्थिति में हनुमान जी पांडव काल के दौरान लेटे थे. उसी जगह पर पांडुपोल हनुमान मंदिर बना हुआ है. यहां हनुमान जी का साक्षात माना गया है. इसलिए दूरदराज से लोग दर्शन के लिए आते हैं. यह मंदिर सरिस्का के मध्य में स्थित है. इसलिए मंदिर में केवल शनिवार व मंगलवार को दर्शन की अनुमति दी जाती है.
यह भी पढ़ें: जयपुर: ठाकुरजी के कपाट भी 'अनलॉक'...लेकिन फूल-माला और प्रसाद विक्रताओं के धंधे अभी भी लॉक
मंदिर में हनुमान जी की लेटी हुई प्रतिमा है. राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश, पंजाब हरियाणा, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, बंगाल सहित देश भर से लोग दर्शन के लिए आते हैं. कोरोना काल के चलते 9 माह तक मंदिर बंद था. लेकिन, अब इस मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. मंदिर प्रशासन ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. भक्तों के लिए सैनिटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. सरिस्का में प्रवेश करने वाले वाहनों को चेक किया जाता है. कोई भी व्यक्ति रास्ते में जानवरों को खाने की चीजें ना दें. इसके लिए वाहनों की जांच पड़ताल होती है. लोगों को सावधानी बरतने के लिए भी कहा जाता है.