अलवर. प्रदेश में कोरोना वायपस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसे रोकने के लिए डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ सीधे कोरोना से जंग लड़ रहे हैं. वो हर रोज कोरोना संक्रमित लोगों के संप्रक में आते हैं. इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को जिला मुख्यालय पर रहने के निर्देश दिए हैं. अब से कोई भी डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ जिला मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगे.
जिले में करीब 200 डॉक्टर और ढाई हजार नर्सिंग स्टाफ लगातार कोरना से सीधी जंग लड़ रहे हैं. वो हर रोज कोरोना संक्रमित लोगों के संप्रक में आते हैं. जिसकी वजह से दूसरे लोगों में भी कोरोना के संक्रमण के फैलने का खतरा बना रहता है. साथ ही जिले में अब तक 10 कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिले चुके हैं. इसके अलावा संदिग्ध मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने डॉक्टर और नर्सिंगकर्मियों को जिला मुख्यालय नहीं छोड़ने के सख्त निर्देश दिए हैं.
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बता दें कि, शुक्रवार को भी रेंडम सैंपलिंग के दौरान 1 दिन में 2 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. जिसके बाद से जिला स्तरीय अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है. जो लोग पॉजिटिव मिले हैं, वो सब्जी बेचने का काम करते हैं. जिसकी वजह से उनके संपर्क में आए अन्य लोग में भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. ऐसे में स्वास्थ विभाग ने उनके संपर्क में आने वाले करीब 23 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए जयपुर भेजें हैं. जबकि पॉजिटिव मिले दोनों लोगों का जिले के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में इलाज चल रहा है.