अलवर. अलवर प्रभारी मंत्री ममता भूपेश शुक्रवार को अलवर पहुंची. उन्होंने अलवर के डीआरडीए में अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारियों पर चर्चा की गई. बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र की समस्या रखते हुए अपना विरोध दर्ज कराया.
जनप्रतिनिधियों ने कहा कि उनकी समस्याएं नहीं सुनी जा रही हैं. अधिकारियों की बैठक के बाद महिलाओं ने पानी की समस्या को लेकर मंत्री को ज्ञापन दिया और अपनी समस्या रखी. इस पर मंत्री ने उनकी समस्या का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया. इस मौके पर विधायकों ने भी अपने क्षेत्र की समस्या पर मांग पत्र मंत्री को सौंपा.
ममता भूपेश ने अलवर जिले में कोरोना काल के दौरान जिले के हालात पर चर्चा की. साथ ही सरकारी और निजी अस्पतालों में इंतजाम की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक और डॉक्टर लगातार तीसरी लहर आने की बात कह रहे हैं. ऐसे में आगामी संभावनाओं को देखते हुए तैयारी आवश्यक है. अलवर जिला सीमावर्ती जिला है. हजारों की संख्या में लोग रोजगार के लिए अलवर आते हैं. अलवर से दिल्ली जयपुर में अन्य शहरों में जाते हैं. अलवर की 20,000 से अधिक औद्योगिक इकाइयों में लाखों श्रमिक काम करते हैं. कोरोना काल और लॉकडाउन में श्रमिकों के भोजन और अन्य व्यवस्थाओं के लिए भी प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ती है. बैठक के दौरान मौजूद जनप्रतिनिधियों ने अपनी समस्या रखी.
पढ़ें- Black Fungus का इंजेक्शन उपलब्ध कराने में लापरवाही कर रही Modi सरकारः गहलोत
उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र के हालात खराब है. प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. प्रशासनिक अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं. काम के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है. विधायकों ने अपने क्षेत्र की समस्याएं रखी. साथ ही उन समस्याओं का समाधान करवाने के लिए भी कहा सरकारी अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए विधायकों ने कहा कि सरकारी अधिकारी मनमानी करते हैं. लोगों के काम अटके हुए हैं. ऐसे में लोग अपनी समस्या लेकर आए दिन विधायकों के पास आते हैं. लेकिन विधायकों की समस्या भी सुनने वाला कोई नहीं है. मंत्री ममता भूपेश ने कहा अलवर में कोरोना की तीसरी लहर अगर आती है तो बच्चों को बेहतर इलाज मिले इस दिशा में काम किया जा रहा है. जिला स्तर के अलावा सीएचसी स्तर पर भी इलाज की व्यवस्था की जा रही है.
महिलाओं ने रखी पानी की समस्या
ब्रह्मचारी मौहल्ले सहित आस-पास के कई क्षेत्रों की महिलाओं ने डीआरडीए पहुंच के मंत्री ममता भूपेश के सामने पानी की समस्या रखी. महिलाओं ने कहा कि लंबे समय से वो परेशान हैं. अलवर जिला डार्क जोन में आ चुका है. लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. इस पर मंत्री ने महिलाओं को जल्द ही उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया. मंत्री ने कहा पानी की समस्या अलवर की बड़ी समस्या है. इस पर लगातार काम चल रहा है. अधिकारी भी योजना बना रही हैं.
विधायकों ने मंत्री को दिए अपने क्षेत्र की समस्या के पत्र
डीआरडीए में बैठक के बाद स्थानीय विधायकों ने अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर प्रभारी मंत्री ममता भूपेश को पत्र और ज्ञापन दिए. विधायकों ने कहा कि उनके क्षेत्र के हालात खराब हैं, लोग अपनी समस्या लेकर विधायक के पास आते हैं. लेकिन विधायकों की सुनने वाला कोई नहीं है. सरकारी विभाग के अधिकारी मनमानी कर रहे हैं.