अलवर. शहर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में शुक्रवार को बुजुर्ग महिला के पैसे और मोबाइल की चोरी करने वाले 3 लोगों को अस्पताल में मौजूद लोगों ने रंगे हाथों पकड़ (Theft in Rajiv Gandhi General Hospital) लिया. चोरों के पकड़े जाने के बाद वहां मौजूद लोगों ने उन्हे पीटकर पुलिस के हवाले कर दिया. इस गैंग में 2 पुरुष और एक महिला थी. जैसे ही महिला को उसके सामान की चोरी के बारे में पता चला, तो उसने जमकर शोर मचाया. इस बीच अस्पताल के बाहर मौजूद लोगों ने भागते चोरों को पकड़ा लिया .
जिले के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में अलवर के अलावा दौसा, भरतपुर और मेवात क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में मरीज आते हैं. प्रतिदिन अस्पताल में 4000 से ज्यादा मरीजों की ओपीडी रहती है. वहीं 500 से ज्यादा मरीज अस्पताल में भर्ती रहते हैं. अस्पताल में सुरक्षा के इंतजाम नहीं है.जिसका फायदा अस्पताल में चोरी करने वाले गैंग उठाते हैं.
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शुक्रवार सुबह अलवर शहर की रहने वाली एक बुजुर्ग महिला इलाज के लिए अस्पताल पहुंची. वो डॉक्टर को दिखाने के लिए लाइन में लगी हुई थी. इस दौरान दो पुरुष और एक महिला उनके पास खड़े हो गए. महिला जमीन पर कुछ देर बाद बैठ गई, तो पुरुष उनके आगे पीछे हो रहे थे. इसी बीच अचानक तीनों लोग गायब हो (theft in Rajiv Gandhi General Hospital) गए. बुजुर्ग महिला ने अपना पर्स चेक किया, तो उसमें रखे पैसे और मोबाइल फोन गायब थे. महिला ने शोर मचाकर लोगों से मदद मांगी और चोरों का पीछा किया. अस्पताल से कुछ दूरी पर अट्टा मंदिर के सामने लोगों ने तीनों चोरों को पकड़ लिया. इस दौरान अस्पताल का स्टाफ सहित बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए. भीड़ ने चोरों को पकड़कर पीटा ओर चोरी किए गए पैसे और सामान मांगे. रास्ते में चोरों ने महिला का फोन फेंक दिया था, लेकिन पैसे के बारे में उसने कोई जानकारी नहीं दी.
मौजूद भीड़ ने इस घटना का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. चोरों की पिटाई के बाद लोगों ने उनको पुलिस के हवाले कर दिया. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. अस्पताल में चोरी की यह पहली घटना नहीं है. प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीजों के मोबाइल फोन और पैसे चोरी होते हैं. मरीज अस्पताल प्रशासन और अस्पताल में बनी पुलिस चौकी पर इन घटनाओं की शिकायत देते हैं लेकिन यह शिकायत केवल फाइलों तक सिमट कर रह जाती है. इस पर अस्पताल प्रशासन ने कहा कि अस्पताल में कैमरे लगे हुए हैं. समय-समय पर कैमरों की रिकॉर्डिंग चेक की जाती हैं.