अलवर. अलवर कलेक्ट्रेट में बड़ी संख्या लोग अपनी समस्या लेकर आते हैं. दिव्यांग व बुजुर्गों को कलेक्टर ऑफिस पहुंचने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से परिवादियों के लिए कलेक्ट्रेट में नीचे ही अपनी समस्या रखने की व्यवस्था की है. प्रशासन की इस व्यवस्था से बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है.
राजस्थान में जयपुर के बाद अलवर दूसरा सबसे बड़ा जिला है. अलवर में भिवाड़ी, बहरोड़, नीमराना, थानागाजी, बानसूर, मुंडावर, किशनगढ़ बास, तिजारा, कठूमर, कोटकासिम सहित पूरे जिले से बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या लेकर प्रतिदिन अलवर में कलेक्ट्रेट पहुंचते हैं. अलवर का कलेक्ट्रेट ऑफिस पुराने महल में चलता है. कलेक्टर ऑफिस तक पहुंचने के लिए दो से तीन मंजिल तक सीढ़ियां चढ़ने पड़ती हैं. ऐसे में बुजुर्ग व दिव्यांगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. घंटों लोग परेशान होते हैं. ऐसे में प्रशासन की तरफ से ग्राउंड फ्लोर पर कमरा नंबर 40 में नजारत शाखा में लोग अपनी समस्या रख सकते हैं. कलेक्टर की तरफ से अलग से स्टाफ लगाया गया है. इतना ही नहीं जिला कलेक्टर ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति मुझसे मिलना चाहता है, तो मैं भी नीचे उससे मिलने के लिए जाऊंगा.
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बिजली पानी सड़क जमीन आपसी विवाद राशन नहीं मिलना के अलावा सैकड़ों तरह की शिकायतें लेकर जिलेभर के दूरदराज के कामों से परिवादी अलवर पहुंचते हैं. कार्यालय खुलने से पहले ही लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो जाता है. शाम तक लोग अपनी बारी का इंतजार करते हैं. ऐसे में बुजुर्गों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसलिए अलवर जिला कलेक्टर की तरफ से लोगों को राहत देते हुए विशेष लोगों के बैठने व अपनी शिकायत रखने के लिए अलग व्यवस्था की गई है. प्रशासन का दावा है कि इस व्यवस्था से दूरदराज से आने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.