अलवर. नगर परिषद के कर्मचारी मददगार साबित हो रही हैं. नगर परिषद के कर्मचारियों की तरफ से अब तक 200 लोगों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है. इसके अलावा कोरोना संक्रमण से जिन लोगों की मौत होती है. उन लोगों के शव को एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाने के लिए एंबुलेंस सुविधा भी निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है. लगातार नगर परिषद के कर्मचारी इस पूरी प्रक्रिया में जुटे हुए हैं.
कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच सरकार ने सभी नगर परिषद नगर निगम को कोरोना संक्रमित मरीजों का कोरोना गाइडलाइन से अंतिम संस्कार कराने के आदेश दिए थे. इसके बाद अलवर नगर परिषद में एक कंट्रोल रूम शुरू किया गया. इस कंट्रोल रूम की मदद से लगातार लोगों की मदद की जा रही है. इस काम के लिए 24 कर्मचारी व दो एंबुलेंस को लगाया गया है. यह लोग कंट्रोल रूम के टच में रहते हैं. जैसे ही कंट्रोल रूम पर कोई सूचना आती है.
कंट्रोल रूम का कर्मचारी इस कार्य में जुटे कर्मचारियों को सूचना देता है. कोरोना संक्रमित से जिन लोगों की मौत होती है. उन लोगों के शव को घर से अंतिम संस्कार के लिए मोक्ष धाम लाने व कोरोना गाइडलाइन के तहत अंतिम संस्कार करवाने सहित सभी कार्य किए जाते हैं. साथ ही कुछ लोग कोरोना संक्रमण के डर से अपने परिजनों का अंतिम संस्कार नहीं करते हैं. ऐसे में नगर परिषद के कर्मचारी विधि विधान से उन लोगों का अंतिम संस्कार करते हैं.
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नगर परिषद के कर्मचारियों ने कहा कि जैसे ही उनको सूचना मिलती है, वह काम में जुट जाते हैं. कोरोना के इस संकट के दौर में वो लगातार लोगों की मदद कर रहे हैं. कोरोना काल में कुछ लोग अपने परिजनों का अंतिम संस्कार भी नहीं करते हैं. ऐसे में नगर परिषद के कर्मचारी उसके परिजन बंद कर पूरी किया करते हैं. अलवर शहर के अलावा भिवाड़ी सहित अन्य जगह थी, नगर परिषदों की तरफ से इसी तरह की पहल की गई है.
भिवाड़ी में भी लगातार नगर परिषद की टीम इस कार्य में जुटी है. हालांकि इस कार्य में भिवाड़ी में कुछ सामाजिक संस्थाएं भी आगे आई हैं. रोटरी क्लब व अन्य संस्थाओं की तरफ से एंबुलेंस व अन्य संसाधन उपलब्ध कराए हैं. अलवर नगर परिषद के कमिश्नर सोहन सिंह नरूका ने कहा कि अब तक करीब 200 लोगों का अंतिम संस्कार नगर परिषद की टीम द्वारा कराया जा चुका है. नगर परिषद की टीम 24 घंटे मुस्तैद रहती है. जैसे ही कोई सूचना मिलती है, तुरंत कर्मचारी काम में जुट जाते हैं.