अलवर. जिले के औधोगिक क्षेत्र एमआईए में स्थित द्वारकाधीश पॉलीमर फैक्ट्री में शनिवार शाम अचानक भंयकर आग लग गई थी. आग इतनी भंयकर थी कि आग ने पास में स्थित फैक्टरी ऐएनडी व सुप्रीम डाई केमिकल को अपने आगोश में ले (fire in three factories) लिया. जिसके बाद सूचना पर दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची और 16 घंटे की मशक्कत के बाद रविवार को आग पर काबू पाया गया. इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. आग बुझाने के दौरान 2 श्रमिक झुलसे गए जिनको उपचार के लिए निजी अस्पताल मे भर्ती कराया गया है.
आग बुझाने के लिए दमकल की 6 गाड़ियां पहुंची. फैक्ट्री में लगी आग कि सूचना फैक्टरी प्रबन्धकों की ओर से पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई. जिनकी सूचना पर औधोगिक क्षेत्र एमआईए के दमकल विभाग के कर्मचारी मौके पहुंचे. लेकिन आग का विकराल रूप देखकर भिवाड़ी, टपूकडा,नगर, चौपानकी,कठूमर व खेडली सहित करीब आधा दर्जन से अधिक दमकल वाहन बुलाकर कर आग पर काबू पाया जा सका.
आग पर काबू पाने तक बना रहा भय का माहौल: फैक्ट्री में लगी भयानक आग को देखकर आस-पास में स्थित अन्य फैक्ट्री वाले और स्थानीय लोगों में भगदड़ मच गई. पूरी रात दमकल कर्मी आग बुझाने में प्रयासरत रहे. जानकारी के अनुसार फैक्ट्री परिसर में कोई सुरक्षा उपकरण नहीं लगाए हुए थे. अगर सुरक्षा उपकरण नियमानुसार लगाए होते तो आग इतनी नहीं बढ़ती.
करीब 2 महीने पहले भी लगी थी इसी फैक्ट्री में आग: बता दें कि करीब 2 माह पहले भी इस फैक्ट्री में आग लग गई थी. उस समय भी नियमानुसार उपकरण नहीं होने के कारण आग लगी थी. लेकिन रीको के अधिकारियों की लापरवाही के चलते फैक्ट्री पर कोई कार्यवाही नहीं हुई. उसी का नतीजा था जो इतना बड़ा हादसा हुआ. अगर समय रहते कार्रवाई की होती तो हादसा टल सकता था.