अलवर. जिले में तेजी के साथ बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन लॉकडाउन लगाने का विचार कर रहा है. इसी उद्देश्य को लेकर सोमवार को पुलिस अन्वेषण भवन में प्रशासन की ओर से व्यवसायिक संगठनों और सभी पार्षदों की एक बैठक भी आयोजित की गई. इसमें व्यापारिक संगठनों और सभी पार्षदों की राय ली गई.
बता दें कि, बैठक में आए सुझावों से जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया जाएगा और वे ही इस पर फैसला लेंगे. बैठक में प्रशासन की ओर से अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम रामचंद्र शर्मा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव लाल बैरवा मौजूद रहे. बैठक में व्यापारिक संगठनों ने लॉकडाउन के बारे में अपनी अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि फिलहाल त्योहार का सीजन है. इस लिए लॉकडाउन अभी नहीं किया जाए. लेकिन गाइडलाइन की पालना को लेकर सख्ती जरूर बरती जाए. सख्ती के बिना लोग नहीं मानेंगे.
बैठक के बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम रामचरण शर्मा ने कहा कि, सभी की राय थी लॉकडाउन के साथ दैनिक जरूरतों की पूर्ति भी लोगों की होती रहे. ऐसा कोई सामंजस्य बना कर कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि, सभी की राय ले ली गई है. वह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बैठक में आए सुझावों को जिला कलेक्टर आनंदी और पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम के सामने रखेंगे. जिसके बाद विचार-विमर्श कर कोई भी फैसला लिया जाएगा.
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वहीं बैठक में जिला व्यापार महासंघ के अध्यक्ष रमेश जुनेजा ने भी अपनी राय रखते हुए कहा कि, लॉकडाउन जैसा फैसला बहुत सख्त हो जाएगा. इसके बदले बाजारों में बेवजह निकलने वालों के खिलाफ सख्ती की जाए और गाइडलाइन का पालन करवाया जाए. इसमें व्यापारी भी प्रशासन का साथ देंगे. एडीएम ने बताया फैसला ऐसा होगा कि, आईसीएमआर और सरकार की गाइडलाइन का पालन भी हो और किसी को कोई दिक्कत भी नहीं हो.