अलवर. शहर में कोरोना के साथ ही अब गलगोटू का कहर भी बढ़ने लगा है. जिले में गलगोटू के 14 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं. वहीं, बड़ी संख्या में ऐसे बच्चे मिल रहे हैं जिनका अब तक टीकाकरण नहीं हुआ है. ऐसे में प्रशासन की तरफ से लोगों को जागरूक करने के लिए धर्मगुरु और राजनेताओं की मदद ली जा रही है. इसके अलावा अलवर के 3 ब्लॉक में शत प्रतिशत टीकाकरण करने के आदेश दिए गए हैं.
बता दें कि अलवर में मेवात क्षेत्र आता है और मेवात क्षेत्र में लोग टीके नहीं लगाते हैं. ऐसे में अलवर में आए दिन खसरा, चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस, काली खांसी सहित अन्य गंभीर बीमारियों के आउटब्रेक होते हैं. आए दिन संक्रमित मरीज मिलते हैं. ऐसे में बच्चों की जान को खतरा रहता है.
हाल ही में अलवर के किशनगढ़ बास क्षेत्र के गांव में गलगोटू के संक्रमित बच्चे मिले. सभी बच्चों में एक जैसे लक्षण मिले हैं. गलगोटू बच्चों में होने वाली जानलेवा बीमारी है. इसमें बच्चों के गले में दर्द, गले में सूजन, बुखार आना सहित अन्य शिकायतें रहती हैं. हालात को देखते हुए प्रशासन की तरफ से जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है.
अब तक प्रशासन की तरफ से बड़ी संख्या में बच्चों को टीके लगाए गए हैं. लगातार ये प्रक्रिया जारी है. जिला कलेक्टर ने अलवर, रामगढ़ और किशनगढ़ बास क्षेत्र के सभी गांव में बच्चों को शत-प्रतिशत टीके लगाने के निर्देश दिए हैं. इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम की तरफ से सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है. किशनगढ़ बास के नाहरपुर में बड़ी संख्या में बच्चों को टीके लगाए गए हैं. इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी प्रशासन को संक्रमण की शिकायत मिल रही है. ऐसे में सभी जगहों पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें सर्वे करने में जुट चुकी हैं.
मेवात क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को टीकाकरण करने में खासी दिक्कतें आ रही हैं. लोग टीके नहीं लगवा रहे हैं. ऐसे में अब प्रशासन की तरफ से टीकाकरण प्रक्रिया में धर्मगुरु, मौलाना, सरपंच, विधायक और राजनीतिक रसूखदार लोगों की मदद ली जा रही है. लगातार जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गांव-गांव जाकर धर्म गुरुओं की मदद से लोगों को जागरूक कर रहे हैं और टीकाकरण करवाने के लिए बोल रहे हैं.
पढ़ें- अलवर: कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन करने पर 24 गिरफ्तार
जिला कलेक्टर आनंदी ने कहा कि अलवर में अन्य जगहों की तुलना में हालात अलग हैं. इसलिए प्रशासन को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन प्रशासन की तरफ से टीकाकरण के लिए अब हर संभव प्रयास किया जा रहा है. अलवर रामगढ़ में किशनगढ़ बास क्षेत्र में एक भी बच्चा टीकाकरण से नहीं रहेगा. इसके लिए सभी क्षेत्रों में गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीमों को लगा दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार सर्वे कर रही है. इसके अलावा प्रशासन की तरफ से हरसंभव प्रयास संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहे हैं.