अलवर. जिले में पानी की किल्लत को दूर करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. जिले में अगले 5 साल में हर घर को नल से जल मुहैया कराने के उद्देश्य से जिले में जल शक्ति अभियान शुरू किया गया है. 15 सितंबर तक चलने वाले इस अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन करने के लिए केंद्र सरकार ने पानी की कमी का सामना कर रहे 255 जिले के लिए प्रभारी लगाए हैं.
"संचय जल बेहतर कल" थीम के साथ शुरू हुए जल शक्ति अभियान दो चरणों में चलेगा. पहला चरण 1 जुलाई से 15 सितंबर और दूसरा चरण 1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक का होगा. इस दौरान पानी की कमी का सामना कर रहे प्रदेश के 255 जिलों में जल संरक्षण और रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए अभियान चलाया जाएगा. वहीं नरेगा जैसी योजनाओं की राशि का इस्तेमाल कर परंपरागत तालाबों और जलाशयों का भूजल वाटरसेड डेवलपमेंट और वृक्षारोपण पर जोर दिया जाएगा.अभियान को अमलीजामा पहनाने की दिशा में पानी की कमी का सामना कर रहे 255 जिलों के लिए प्रभारी अधिकारियों को नियुक्ति कर दी गई है.
गुरुवार को अलवर जिले में जल प्रभारी के रूप में लगाए गए अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार के नेतृत्व में अधिकारियों का एक दल अलवर पहुंचा. जहां जिला परिषद सभागार में जनशक्ति अभियान को लेकर बैठक हुई. बैठक में अधिकारियों में जल शक्ति अभियान के तहत होने वाले कार्य के संबंध में स्थानीय जिलाधिकारियों को मार्गदर्शन दिया.और विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं से सुझाव भी मांगे गए. केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए इस दल में केंद्र सरकार के संयुक्त सचिव रोहित कुमार सहित चार आईएएस अधिकारियों के अलावा 3 वैज्ञानिक शामिल है. वहीं बैठक में जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह, यूआईटी सचिव कानाराम जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय नायक सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे.