अलवर. अलवर भी अब उन जिलों में शामिल हो चुका है, जहां लगातार कोरोना का प्रभाव नजर आ रहा है. शुरुआत के दौर में कोरोना का प्रभाव अलवर में कम था, लेकिन धीरे-धीरे कोरोना का प्रभाव बढ़ने लगा और जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी. शुक्रवार को कोरोना के 14 नए मामले सामने आए. इसके बाद जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 350 हो चुकी है.
बता दें कि ग्रामीण क्षेत्र में लगातार दूसरे राज्यों से अलवर अपने घर लौटने वाले लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं. ऐसे में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ रही है क्योंकि अब सभी बाजार, मॉल और अन्य जगह खुल चुकी हैं, जिन पर लोगों की आवाजाही बढ़ने लगी है. दिन भर सड़कों पर लोगों का हुजूम नजर आता है, तो वहीं बाजार भी भरे हुए दिखाई देते हैं.
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दूसरे राज्य से आने पर रोक को पूरे तरीके से हटा दिया गया है, अब कोई भी व्यक्ति आसानी से आ-जा सकता है. ऐसे में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा अलवर में बना हुआ है. बता दें कि अलवर सीमावर्ती जिला है, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से अलवर की सीमा लगती है. प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग जिले में आते हैं और जिले से बाहर जाते हैं. सीमाओं पर किसी भी तरह की जांच पड़ताल की कोई व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन के पास जिले में आने व बाहर जाने वाले लोगों का भी कोई रिकॉर्ड नहीं है. इसलिए कोरोना वायरस का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है.
हालांकि प्रशासन का दावा है कि कोरोना को कंट्रोल करने के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं. लेकिन हकीकत में यह सर्वे केवल खानापूर्ति बन गया है. स्वास्थ विभाग की टीम में केवल आशा सहयोगिनी होती है, जो केवल प्रत्येक व्यक्ति से नाम, फोन नंबर और कुछ जरूरी जानकारी लेती हैं. लोगों की जांच पड़ताल के लिए स्वास्थ्य टीम के पास कोई उपकरण नहीं होते हैं.