अजमेर. जिले के खोड़ा गणेश ग्राम पंचायत के ग्रामीण चारागाह भूमि पर अतिक्रमण होने से त्रस्त है. गांव में पशुओं को चराने के लिए कोई जगह नहीं बची है. एक साल से ग्रामीण तहसीलदार और प्रशासन को चारागाह भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करने की मांग कर रहे है, लेकिन अतिक्रमियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. मंगलवार को ग्रामीणों ने फिर से कलेक्टर को गुहार लगाई है.
अजमेर में खोड़ा गणेश ग्राम पंचायत सुप्रसिद्ध गणेश मंदिर के नाम से जानी जाती है. गांव के 3 और अन्य ग्राम पंचायतें है. ग्रामीणों का आरोप है कि नजदीक की ग्राम पंचायत के लोगों ने खोड़ा ग्राम पंचायत में चारागाह की भूमि पर अतिक्रमण कर लिया है.
उन्होंने बताया कि गांव में ढाई सौ बीघा भूमि अजमेर विकास प्राधिकरण के पास शेष चारागाह की भूमि पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है. इससे ग्रामीणों के पास अपने पशुओं को चराने के लिए बिल्कुल भी जमीन नहीं बची है. इस कारण उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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उन्होंने बताया कि 1 साल पहले से गांव की चरागाह भूमि पर हुए अतिक्रमण को लेकर कई बार तहसीलदार एसडीएम और कलेक्टर को शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित से चारागाह भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाने की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि चारागाह भूमि अतिक्रमण से मुक्त होने के बाद ग्रामीणों को बड़ी राहत मिलेगी उनके पशु चारागाह भूमि पर करने जा पाएंगे.