अजमेर. जिले में सीआरपीएफ कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह की मुख्य कड़ी पुलिस के हाथ लग गई है. 28 जनवरी को सीआरपीएफ कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में फिजिकल टेस्ट देने आए अभ्यर्थी के बायोमेट्रिक प्रक्रिया में गड़बड़ी पाए जाने पर अलवर गेट थाने में सीआरपीएफ की ओर से मुकदमा दर्ज करवाया गया था.
जिसमें अलवर गेट थाना पुलिस ने बिहार निवासी राहुल नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस मामले में आरोपी से पूछताछ कर रही है. सीआरपीएफ कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह की मुख्य कड़ी बिहार निवासी राहुल को अलवर गेट थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
थाना प्रभारी सुनीता गुर्जर ने बताया कि सीआरपीएफ भर्ती परीक्षा में लिखित परीक्षा के बाद फिजिकल टेस्ट के लिए अभ्यार्थी राकेश गुर्जर शामिल हुआ था. इस दौरान बायोमेट्रिक जांच में अभ्यार्थी का मिलान नहीं हुआ. दरअसल अभ्यार्थी राकेश गुर्जर के स्थान पर लिखित परीक्षा किसी और व्यक्ति ने दी थी. मामला सामने आने पर सीआरपीएफ इंस्पेक्टर उत्तम कुमार ने अलवर गेट थाने में प्रकरण दर्ज करवाया था. जिसपर थाना प्रभारी सुनीता गुर्जर ने बताया कि अभ्यार्थी राकेश गुर्जर दलाल हरिकिशन के संपर्क में आया था.
जिसके बाद हरिकिशन को गिरफ्तार किया गया. जिससे पता चला कि उससे जानकारी मिली कि उसने अभ्यार्थी से डेढ़ लाख रुपए लिए थे और अभ्यर्थी के स्थान पर अन्य व्यक्ति को परीक्षा में बैठाने की एवज में मनमोहन ने एक लाख रुपए लिए थे. मनमोहन ने राहुल नाम के व्यक्ति को अभ्यार्थी के स्थान पर बैठाया था. बता दें कि अभी तक राकेश, हरिकिशन, मनमोहन पूर्व में गिरफ्तार किए जा चुके थे लेकिन राहुल लंबे समय से फरार चल रहा था.
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जिसपर पुलिस को मुखबिर की सूचना मिली थी कि वह बस स्टैंड के पास घूम रहा है. जहां से राहुल को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही पुलिस को आशंका है कि गिरोह ने अन्य परीक्षाओं में भी नकल करवाने की आवाज में अभ्यार्थियों से पैसे बटोरे हैं. पुलिस आरोपी राहुल से कड़ी पूछताछ कर रही है. पुलिस के मुताबिक आरोपी राहुल 25 हजार रुपए में अभ्यर्थी के स्थान पर लिखित परीक्षा दी थी.