अजमेर. सरस डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. रेप के मामले में चौधरी की याचिका पर लगे स्टे को कोर्ट ने खारिज कर दिया है. वहीं, मुकदमे में कार्रवाई के आदेश दिए हैं. ऐसे में चौधरी पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है. इधर पीड़िता ने जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा से मामले में निष्पक्ष जांच कर आरोपी रामचंद्र चौधरी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
पढ़ेंः अलवरः थानागाजी में चलती गाड़ी में महिला से गैंगरेप, पीड़िता ने दर्ज कराया मामला
सरस डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी के खिलाफ 23 अक्टूबर 2019 रामगंज थाने में रेप की धारा में मुकदमा पीड़िता ने दर्ज करवाया था. इस मामले में जयपुर हाई कोर्ट में 2 सालों से रामचंद्र चौधरी की गिरफ्तारी को लेकर स्टे था. हाई कोर्ट की ओर से मामले में स्टे हटा दिया गया है. ऐसे में न्याय को लेकर पीड़िता की उम्मीद भी बढ़ गई है.
पीड़िता ने जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा से सरस डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी की गिरफ्तारी की मांग की है. पीड़िता ने बताया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए रामचंद्र चौधरी ने जयपुर हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. इस पर कोर्ट ने स्टे के आदेश दिए थे. इस पर कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर स्टे लगा दिया था.
दो साल तक याचिका पर मिले स्टे को लेकर तारीख ही मिल रही थी. जयपुर हाई कोर्ट ने अब रामचंद्र चौधरी की याचिका पर लगे स्टे को खारिज कर दिया है. ऐसे में अब जिला पुलिस को मामले में कार्रवाई कर सरस डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी को गिरफ्तार कर उसे न्याय देना चाहिए. पीड़िता का आरोप है कि अजमेर सरस डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं.
कई अज्ञात लोगों के फोन कॉल उसे और उसके पिता के पास आते हैं. वहीं, घर पर भी अज्ञात लोग आकर मामले में समझौता करने का दबाव बनाते है. पीड़िता ने बताया कि समझौते के लिए सवा करोड़ रुपए और डेयरी में नौकरी का ऑफर भी उसे दिया गया. पीड़िता ने बताया कि उसे और उसके परिजनों और उसे मारने की धमकियां भी मिल रही है. उसने बताया कि वह एक छात्रा है. इस प्रकरण के बाद उसकी पढ़ाई चौपट हो गई है.
यह था मामलाः
पिड़िता ने बताया है कि वह अजमेर सरस डेयरी में शिफ्ट इंचार्ज के रूप में संविदा पर कार्यरत थी. स्टाफ उसे परेशान करता था इसलिए वह शिकायत लेकर अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी के दफ्तर में गई थी. जहां चौधरी ने उसके साथ अश्लील हरकत करते हुए दुष्कर्म करने का प्रयास किया.
पढ़ेंः BJP सरकार में तो महिलाओं को FIR कराने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ता था- अशोक गहलोत
इसके बाद उसने गुलाबपुरा थाने में डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन गुलाबपुरा थाने ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया. पीड़िता ने बताया कि ऑनलाइन एफआईआर भी उसने जांच करवाई थी, लेकिन उसका कोई मैसेज उसे नहीं मिला. बाद में उसने रामगंज थाने में 23 अक्टूबर 2019 को अजमेर सरस डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था.