अजमेर. दीपावली पर सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है. इसके लिए दीपावली से पहले ही दुकानों पर ग्राहकों की आवाजाही शुरू हो जाती है. मगर इस बार हालात यह है कि सोने-चांदी की खरीद को लेकर लोगों की रुचि कम ही नजर आ रही है. हालांकि व्यापारी अभी भी उम्मीद लगाए बैठे हैं. कमोबेश बात करें तो 1 वर्ष में सोने-चांदी के कारोबार में 40 फीसदी गिरावट आई है.
बढ़ते भाव की वजह से सोना-चांदी आम आदमी से दूर
वहीं अजमेर सर्राफा बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक बिंदल का मानना है कि बढ़ते भाव की वजह से सोना चांदी आम आदमी की पहुंच से दूर हो गया है. दूसरा ऑनलाइन व्यापार का भी काफी फर्क पड़ा है. अन्य क्षेत्रों में ऑनलाइन वस्तुएं बिक रही है. ऐसे में स्थानीय व्यापारियों के पास पैसा की आवक कम हो रही है. जिससे सोने चांदी की खरीद प्रभावित हुई है. वहीं बिंदल ने तीसरा कारण सोने पर ढाई फीसदी ड्यूटी और 3 फीसदी जीएसटी होने से सोना महंगा होना बताया है.
धनतेरस और दीपावली से व्यापारियों को उम्मीद
इधर, बाजार में ग्राहकी को ग्रहण लगा हुआ है. ज्यादातर व्यापारियों का ग्राहक के इंतजार में ही दिन पूरा हो जाता है. एसोसिएशन के पदाधिकारी सुशील सोनी बताते हैं कि व्यापारियों को धनतेरस और दीपावली से उम्मीद है कि हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार लोग इस दिन सोना चांदी की खरीद जरूर करते हैं. उन्होंने बताया कि बाजार में गत वर्ष की तुलना में 60 फीसदी व्यापार ही दिख रहा है, जो पिछले 1 वर्ष से जिस प्रकार की सराफा बाजार में मंदी देखी गई है. लेकिन कारोबारियों को दीपावली तक कवर होने की उम्मीद है.
पढें- त्योहारी सीजन में सोनें-चांदी कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी, जयपुर सर्राफा बाजार में घटी मांग
बाजार में रौनक नहीं, धनतेरस और दीपावली का इंतजार
दीपावली के सीजन के बावजूद अजमेर सर्राफा बाजार में रौनक नहीं है. फिलहाल धनतेरस और दीपावली का दिन अभी शेष है. सर्राफा व्यापारियों को उम्मीद है कि साल भर मंदिर से हुए नुकसान की भरपाई 3 दिन में हो जाएगी.