अजमेर. स्थित राजस्थान लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा- 2018 के अभ्यर्थी पिछले 22 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं. अभ्यर्थियों ने मंगलवार को आरपीएससी के बाहर दुकानें लगाकर सामान बेचा और सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई. अभ्यर्थियों का रोष आयोग द्वारा नियुक्ति नहीं देने को लेकर है.
स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018 के अभ्यर्थियों का समर्थन देने के लिए राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव भी आरपीएससी पहुंचे. उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि आरपीएससी पूरी तरह संवेदनहीन हो चुकी है. आज अभ्यर्थियों को रोड पर ला दिया है. ऐसे में अभ्यर्थियों ने पेट भरने के लिए रोड पर दुकानें लगाकर सामान बेचा. उन्होंने कहा कि यदि अब भी सरकार ने उनकी सुध नहीं ली और अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दी, तो आगामी दिनों में चार विधानसभाओं में होने वाले चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करके हराया जाएगा. साथ ही उग्र आंदोलन भी किया जाएगा.
अभ्यर्थी अनिता ने बताया कि भर्ती परीक्षा को लेकर अभ्यर्थी पिछले तीन साल से इंतजार में है. गत दिनों आयोग ने काउंसलिंग करवाकर एक विषय के अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग के आदेश भी दिए, लेकिन आधे घंटे बाद ही इन्हें निरस्त कर दिया गया. उन्होंने कहा कि तीन साल से अभ्यर्थी डिप्रेशन में आ गए हैं.
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सरकार को चाहिए कि अभ्यर्थियों को नियुक्ति देकर राहत प्रदान करें. जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानती है, तब तक वह आंदोलन की राह पर रहेंगे. उन्होंने कहा कि राजपत्रित अधिकारी के पद पर नियुक्ति होने के बाद भी आज सरकार और आरपीएससी के कारण भूखे मरने पर मजबूर है. उन्होंने दुकानें लगाकर सामान बेचकर सरकार के खिलाफ रोष जताया है. साथ ही सरकार से नियुक्ति देने या इच्छा मृत्यु के लिए अनुमति देने की गुहार लगाई है.