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महाराणा प्रताप और हल्दी घाटी को लेकर उपजे विवाद में सामने आए RBSE अध्यक्ष, जानिए क्या कहा...

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शिक्षा सत्र 2020-21 के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं में पाठ्य पुस्तकों में कोई परिवर्तन नहीं किया है. यह कहना है राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली का. जारोली ने कहा कि नवीन सत्र में कक्षा 9वीं और 11वीं में एनसीआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया जा रहा है. यह पाठ्य पुस्तकें प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल की ओर से प्रकाशित की जा रही हैं.

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राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष की प्रेस वार्ता
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Published : Jun 26, 2020, 7:55 PM IST

अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की सामाजिक ज्ञान विषय की पुस्तक में पाठ्यक्रम परिवर्तित करने को लेकर विवाद चल रहा है. जिसपर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शुक्रवार को अपनी ओर से सफाई दी है. बता दें कि बोर्ड कार्यालय परिसर में स्थित राजीव गांधी सभागार में बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली, सचिव अरविंद सेंगवा ने प्रेस वार्ता कर पाठ्यक्रम में परिवर्तन को लेकर छिड़े विवाद पर विराम लगाने की कोशिश की.

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष की प्रेस वार्ता

पढ़ें: Special: 10वीं-12वीं बोर्ड की किताब में उदय सिंह और हल्दीघाटी युद्ध का पाठ्यक्रम सरासर गलत: इतिहासकार

प्रेस वार्ता में बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली ने कहा कि गत शिक्षा सत्र में राज्य सरकार की शिक्षाविद डॉ. बीएम शर्मा के संयोजन ने गठित 4 सदस्य राज्य स्तरीय पाठ्यपुस्तक पुनरीक्षण कक्षा 9वीं से 12वीं तक के लिए समिति ने पाठ्य पुस्तकों में गत वर्ष फरवरी में आंशिक संशोधन किए थे.उन्होंने कहा कि संशोधित पुस्तकों को गोगत शिक्षा सत्र 2019-20 में लागू किया गया था. पिछले वर्ष किसी भी शिक्षाविद ने पाठ्यक्रम को लेकर कोई आपत्ति नहीं की थी. बोर्ड पाठ्यक्रम में प्रदेश के शूरवीर यशस्वी महाराणा प्रताप को लेकर गत वर्ष विधानसभा में कई प्रश्न पूछे गए, जिनका माननीय मंत्री महोदय ने समुचित उत्तर दिया और सदस्य संतुष्ट हुए.

डॉ. जारोली ने कहा कि पिछले सप्ताह से कुछ शिक्षाविदों ने बोर्ड पाठ्यक्रम में परिवर्तन कर महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व को छोटा दर्शाने की कोशिश की बात खबरों में की है. जबकि वास्तविकता यह है कि पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप के शूरवीर का पराक्रम सॉरी है सफल नेतृत्व और संगठन क्षमता का विस्तार से उल्लेख किया गया है. फिर भी बोर्ड ने पाठ्य पुस्तकों की समीक्षा समिति से समाचार माध्यमों में प्रकाशित मुद्दों पर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.

पढ़ें : राजस्थान में इतिहास पर रार : मेवाड़ और महाराणा प्रताप पर गरमाने लगी सियासत

बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान बोर्ड की सीनियर सेकेंडरी की परीक्षाएं लगभग पूर्ण होने जा रही हैं. उन्होंने कहा कि आगामी परीक्षाएं भी निर्धारित समय सारणी पर ही होगी. एक सवाल के जवाब में बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डीपी जरौली ने कहा कि सीबीएसई की दसवीं की परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर कई कारण हैं, लेकिन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने को लेकर राजस्थान सरकार की ओर से फिलहाल कोई निर्णय नहीं है. लिहाजा, बोर्ड की तैयारी के अनुसार दसवीं कक्षा की परीक्षाएं निर्धारित समय सारणी पर ही होगी.

अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की सामाजिक ज्ञान विषय की पुस्तक में पाठ्यक्रम परिवर्तित करने को लेकर विवाद चल रहा है. जिसपर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शुक्रवार को अपनी ओर से सफाई दी है. बता दें कि बोर्ड कार्यालय परिसर में स्थित राजीव गांधी सभागार में बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली, सचिव अरविंद सेंगवा ने प्रेस वार्ता कर पाठ्यक्रम में परिवर्तन को लेकर छिड़े विवाद पर विराम लगाने की कोशिश की.

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष की प्रेस वार्ता

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प्रेस वार्ता में बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली ने कहा कि गत शिक्षा सत्र में राज्य सरकार की शिक्षाविद डॉ. बीएम शर्मा के संयोजन ने गठित 4 सदस्य राज्य स्तरीय पाठ्यपुस्तक पुनरीक्षण कक्षा 9वीं से 12वीं तक के लिए समिति ने पाठ्य पुस्तकों में गत वर्ष फरवरी में आंशिक संशोधन किए थे.उन्होंने कहा कि संशोधित पुस्तकों को गोगत शिक्षा सत्र 2019-20 में लागू किया गया था. पिछले वर्ष किसी भी शिक्षाविद ने पाठ्यक्रम को लेकर कोई आपत्ति नहीं की थी. बोर्ड पाठ्यक्रम में प्रदेश के शूरवीर यशस्वी महाराणा प्रताप को लेकर गत वर्ष विधानसभा में कई प्रश्न पूछे गए, जिनका माननीय मंत्री महोदय ने समुचित उत्तर दिया और सदस्य संतुष्ट हुए.

डॉ. जारोली ने कहा कि पिछले सप्ताह से कुछ शिक्षाविदों ने बोर्ड पाठ्यक्रम में परिवर्तन कर महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व को छोटा दर्शाने की कोशिश की बात खबरों में की है. जबकि वास्तविकता यह है कि पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप के शूरवीर का पराक्रम सॉरी है सफल नेतृत्व और संगठन क्षमता का विस्तार से उल्लेख किया गया है. फिर भी बोर्ड ने पाठ्य पुस्तकों की समीक्षा समिति से समाचार माध्यमों में प्रकाशित मुद्दों पर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.

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बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान बोर्ड की सीनियर सेकेंडरी की परीक्षाएं लगभग पूर्ण होने जा रही हैं. उन्होंने कहा कि आगामी परीक्षाएं भी निर्धारित समय सारणी पर ही होगी. एक सवाल के जवाब में बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डीपी जरौली ने कहा कि सीबीएसई की दसवीं की परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर कई कारण हैं, लेकिन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने को लेकर राजस्थान सरकार की ओर से फिलहाल कोई निर्णय नहीं है. लिहाजा, बोर्ड की तैयारी के अनुसार दसवीं कक्षा की परीक्षाएं निर्धारित समय सारणी पर ही होगी.

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