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अजमेर में नर्सिंग कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर रखा उपवास, काली पट्टी बांधकर भी जताया विरोध - राजस्थान न्यूज़

अजमेर के नर्सिंगकर्मियों ने शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में काली पट्टी बांधकर और उपवास रखकर विरोध दर्ज किया. नर्सिंगकर्मियों की मांग है कि उनका पदनाम बदला जाए और चयनित संविदा नर्सिंगकर्मियों की डेट ऑफ जॉइनिंग 29 अप्रैल से मानी जाए.

Ajmer Nursing Workers,  अजमेर न्यूज़
अजमेर के नर्सिंगकर्मियों ने जताया विरोध
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Published : May 29, 2020, 5:47 PM IST

अजमेर. जिले के नर्सिंगकर्मियों ने मान-सम्मान के लिए किए जा रहे आंदोलन के तहत शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में काली पट्टी बांधकर और उपवास रखकर विरोध दर्ज किया. राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन की ओर से ये आंदोलन कुछ प्रमुख मांगों को लेकर किया जा रहा है. इसमें नर्सिंगकर्मियों के पदनाम परिवर्तन और 29 अप्रैल से चयनित संविदा नर्सिंगकर्मियों की डेट ऑफ जॉइनिंग मानने की मांग खास तौर से शामिल है.

नर्सिंगकर्मियों के मुताबिक कोविड-19 के चलते नर्सिंगकर्मियों और संविदा नर्सिंगकर्मियों की ओर से हड़ताल और कार्य बहिष्कार का निर्णय नहीं किया गया है. कोविड-19 के चलते मरीजों के हित में लगातार कार्य किया जा रहा है.

पढ़ें: मजदूरों को लेकर संवेदनहीन है केंद्र...राजनीतिक द्वेष भुलाकर विपक्ष की बात सुने मोदी सरकारः गहलोत


वहीं, राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि नर्सेज यूनियन ने गांधीवादी तरीके से विरोध जताया है. मरीजों की सेवा को प्राथमिकता देते हुए काली पट्टी बांधकर उपवास रखा. राजस्थान सरकार से नर्सिंगकर्मियों की मांगों पर सहानुभूति के साथ विचार करने के लिए निवेदन किया गया है.

अजमेर के नर्सिंगकर्मियों ने जताया विरोध

राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक राजस्थान सरकार नर्सिंगकर्मियों के हित में फैसला नहीं सुनाती, तब तक संविदा नर्सिंगकर्मी उपवास पर रहेंगे और बारी-बारी से 10-10 लोग उपवास कर विरोध दर्ज करवाएंगे.

अजमेर. जिले के नर्सिंगकर्मियों ने मान-सम्मान के लिए किए जा रहे आंदोलन के तहत शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में काली पट्टी बांधकर और उपवास रखकर विरोध दर्ज किया. राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन की ओर से ये आंदोलन कुछ प्रमुख मांगों को लेकर किया जा रहा है. इसमें नर्सिंगकर्मियों के पदनाम परिवर्तन और 29 अप्रैल से चयनित संविदा नर्सिंगकर्मियों की डेट ऑफ जॉइनिंग मानने की मांग खास तौर से शामिल है.

नर्सिंगकर्मियों के मुताबिक कोविड-19 के चलते नर्सिंगकर्मियों और संविदा नर्सिंगकर्मियों की ओर से हड़ताल और कार्य बहिष्कार का निर्णय नहीं किया गया है. कोविड-19 के चलते मरीजों के हित में लगातार कार्य किया जा रहा है.

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वहीं, राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि नर्सेज यूनियन ने गांधीवादी तरीके से विरोध जताया है. मरीजों की सेवा को प्राथमिकता देते हुए काली पट्टी बांधकर उपवास रखा. राजस्थान सरकार से नर्सिंगकर्मियों की मांगों पर सहानुभूति के साथ विचार करने के लिए निवेदन किया गया है.

अजमेर के नर्सिंगकर्मियों ने जताया विरोध

राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक राजस्थान सरकार नर्सिंगकर्मियों के हित में फैसला नहीं सुनाती, तब तक संविदा नर्सिंगकर्मी उपवास पर रहेंगे और बारी-बारी से 10-10 लोग उपवास कर विरोध दर्ज करवाएंगे.

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