अजमेर. सिर मुंडाते ही ओले पड़ना यह कहावत चरितार्थ हुई. निलंबित एएसआई केसर सिंह के मामले में दरअसल अवैध शराब रखने के जुर्म में निलंबित हुए एएसआई केसर सिंह नरूका को गुरुवार को नागौर कोर्ट से जमानत मिली थी. इससे पहले कि वह अपनी जमानत का आनंद ले पाता अजमेर की क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंच गई. पुलिस को देखकर केसर सिंह नरूका कोर्ट के अधिवक्ता के चेंबर नंबर 2 में घुस गया. इसी वजह से अजमेर पुलिस चेंबर के बाहर ही उसका इंतजार करने लगी.
केसर सिंह ने सोचा था कि वह ऐसा करने से बच जाएगा, लेकिन अजमेर पुलिस ने उसे संदेश भिजवाया कि पुलिस चेंबर के बाहर 5 बजे तक इंतजार करेगी कोर्ट बंद होने पर नरूका को बाहर आना ही पड़ेगा. करीब डेढ़ घंटे तक यह हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. पत्रकारों के साथ-साथ वकीलों का भी झुंड तमाशा देखने के लिए जमा हो गया. ऐसे में अधिवक्ता ने केसर सिंह को समझाया कि जिस तरह से उसे नागौर कोर्ट से जमानत मिली है. उसी तरह अजमेर से भी जमानत मिल जाएगी. ऐसे में वह पुलिस के साथ चला जाए तब जाकर केसर सिंह बाहर आया. इसके बाद मुंह छुपाते हुए पुलिस की गाड़ी में बैठ गया.
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निलंबित एसआई केसर सिंह को 11 अगस्त 2020 की रात अजमेर एसीबी ने 1.36 लाख रुपए के साथ बड़ी घाटी टोल नाके पर पकड़ा था. केसर सिंह के खिलाफ अवैध शराब से संबंधित मामला मामला थाने में दर्ज कर उसे थांवला पुलिस ने गिरफ्तार किया. उसके बाद एसीबी ने केसर सिंह के अजमेर स्थित घर की तलाशी ली और यहां भी अवैध शराब बरामद की गई. इस पर क्रिश्चियन गंज थाने में आबकारी एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया. नागौर पुलिस ने उसे बुधवार की सुबह गिरफ्तार किया था. वहीं गुरुवार को क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस केसर सिंह को गिरफ्तार करने पहुंच गई. इस पूरे नाटकीय घटनाक्रम में केसर सिंह का कोई दांव नहीं चल पाया और आखिर में उसे पुलिस के साथ जाना ही पड़ा.