अजमेर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो स्पेशल चौकी ने शुक्रवार देर रात अजमेर सेंट्रल जेल में बंदियों के परिजन से सुविधा शुल्क वसूली करने वाले आरोपी सीताराम चौधरी को गिरफ्तार किया है. सीताराम जेल में सजा काट रहे बंदी शैतान सिंह का साला है. एसीबी की पड़ताल में अकेले सीताराम के खाते से करीब 9 लाख का ट्रांजेक्शन सामने आया है.
अनुसंधान अधिकारी पंवार के अनुसार सेंट्रल जेल में बंदियों से सुविधा शुल्क वसूली मामले में बाहरी व्यक्ति सीताराम चौधरी को गिरफ्तार किया गया है. सीताराम परिजनों से अपने और शैतान सिंह के बताए बैंक खाते में रकम डलवाया करता था. सीताराम भी अनिल सिंह चौधरी और राजेंद्र सिंह की तरह बंदियों के परिजनों से वसूली का काम किया करता था. पंवार ने बताया कि सजायाफ्ता बंदी शैतान सिंह ने अपने साले सीताराम को भी वसूली के काम में जोड़ रखा था. उन्होंने बताया कि शैतान सिंह जेल आने वाले नए बंधुओं को परेशान किया करता था. परेशानी से छुटकारा और सुविधा शुल्क वसूली के लिए सीताराम के खाते में रकम ट्रांसफर कराई जाती थी. जिसे सीताराम, शैतान सिंह का इशारा मिलने पर जेल के आला अधिकारियों तक पहुंचा दिया करता था.
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प्रदेश के बाहर भी खेला जा रहा है वसूली का खेल
परिजनों से वसूली का खेल राजस्थान में ही नहीं बल्कि प्रदेश के बाहर भी खेला जा रहा है. प्रदेश के बाहर के बंदियों के परिजनों से वसूली के लिए रविंद्र नामक युवक से भी पड़ताल की जा रही है. इसी पड़ताल में सामने आया कि रविंद्र के खाते में बीते दो महीने में 3 लाख का ट्रांजेक्शन हुआ है.
अनुसंधान अधिकारी के अनुसार वह अभी तक 35 खातों में से 28 को खंगाल चुकी है. जिसमें 6 खाते प्रमुख रूप से इस्तेमाल किए गए हैं. सबसे ज्यादा लेनदेन राजेंद्र चौधरी के खाते से की गई है. दो माह में उसके बैंक खाते से 9 लाख रुपये का लेनदेन हुआ है. बता दें कि राजेंद्र को एसीबी पहले भी गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.