अजमेर. महिला एवं बाल विकास विभाग की सीडीपीओ विमलेश देतानी ने बुधवार को गुर्जर धरती क्षेत्र में स्थित आंगनबाड़ी में सप्लाई की गई बदबूदार और कीड़े युक्त पोषाहार की जांच की (Nutrition full of insects delivered in Anganwadi) है. देतानी ने मामले में लाभार्थियों और मौके पर मौजूद लोगों के बयान दर्ज किए हैं. उनका कहना है कि मामले की रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेजी जाएगी. वहीं सप्लायर और वाहन चालक को भी हटाया गया है.
सीडीपीओ ने गुर्जर धरती स्थित आंगनबाड़ी में बदबूदार और कीड़े युक्त पोषाहार के मामले में गंभीरता दिखाते हुए जांच रिपोर्ट तैयार की है. बुधवार को आंगनबाड़ी पर लाभार्थियों के बयान लिए गए हैं. वहीं मौके पर मौजूद अन्य लोगों के भी बयान दर्ज किए गए हैं. सप्लायर ठेका कंपनी को चालक अरबाज खान और सप्लायर बैंक को हटाने के निर्देश दिए गए.
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सीडीपीओ विमलेश देतानी ने बताया कि आंगनबाड़ी पर 20 कट्टे सप्लाई किए गए थे. इनमें से एक कट्टे को खोलकर देखा गया जिसमें पोषाहार में बदबू और कीड़े नजर आने पर वाहन चालक को पोषाहार के सभी 20 कट्टे आंगनबाड़ी प्रभारी ने वापस लौटा दिए गए. हालांकि एक और अन्य कट्टा भी खोल कर देखा गया था, जिसमें पोषाहार ठीक था. उन्होंने बताया कि लाभार्थी रेखा, अनीता, कुसुम लता, तनुजा, मुन्नी, विनोद, गंगा सिंह के सहित कई लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं.
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उन्होंने बताया कि अजमेर में चार सेक्टर हैं जिसमें कोटा दाल मिल को पोषाहार का ठेका लिया गया है. इससे पहले नेफेड ठेका कंपनी की ओर से सप्लाई की जाती थी. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय निदेशक को भेजी जाएगी. उन्होंने बताया कि वाहन चालक अरबाज और सप्लायर मयंक को हटा दिया गया है. देतानी ने बताया कि अजमेर में चार सेक्टर हैं. सभी जगह पर पोषाहार की सप्लाई की गई थी. उन्होंने ने बताया कि संभवत पोषाहार का कोई कट्टा बारिश में भीगने से उसमें भरा पोषाहार खराब हो गया होगा. वहीं कट्टा सप्लाई में आ गया होगा.
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यह था मामला: गुर्जर धरती स्थित आंगनबाड़ी में पोषाहार की सप्लाई बुधवार को हुई थी. लाभार्थी मौके पर मौजूद थे. वहां उनकी मौजूदगी में पोषाहार के 1 कट्टे को खोल कर देखा गया, तो उसमें बदबूदार और कीड़े युक्त पोषाहार निकला. इसको देखकर लाभार्थियों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया. लाभार्थियों का आरोप था कि इस तरह का पोषाहार खाकर गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. हंगामे की सूचना मिलने पर महिला एवं बाल विकास विभाग की सीडीपीओ विमलेश देतानी ने मौके पर जाकर जांच की.