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एम्स भर्ती में 80 फीसदी महिलाओं के आरक्षण के खिलाफ नर्सिंग संघ का हस्ताक्षर अभियान, आंदोलन की चेतावनी

अजमेर में नर्सिंग संघ की ओर से नेशनल हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई है. यह हस्ताक्षर अभियान एम्स भर्ती में 80 प्रतिशत महिलाओं के आरक्षण देने के विरोध में किया गया है. इस दौरान राजकीय नर्सिंग कॉलेज अध्यक्ष और नर्सिंग स्टूडेंट ने इस कानून के विरोध में प्रदर्शन किया है.

Nursing association signature campaign
एम्स भर्ती में 80% महिलाओं के आरक्षण के खिलाफ नर्सिंग संघ का हस्ताक्षर अभियान
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Published : Dec 16, 2020, 3:37 PM IST

अजमेर. नर्सिंग संघ की ओर से नेशनल हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई है. इसमें एम्स भर्ती में 80 प्रतिशत महिलाओं के आरक्षण कानून का विरोध किया गया है. इस दौरान राजकीय नर्सिंग कॉलेज अध्यक्ष विनोद मीणा सहित सभी नर्सिंग स्टूडेंट ने इस कानून के विरोध में प्रदर्शन किया है. इन लोगों का कहना है कि लिंगभेद की राजनीति को खत्म किया जाए और महिला-पुरुष दोनों को समानता का अधिकार देना चाहिए.

एम्स भर्ती में 80% महिलाओं के आरक्षण के खिलाफ नर्सिंग संघ का हस्ताक्षर अभियान

नर्सिंग संघ ने केंद्रीय चिकित्सा मंत्री हर्षवर्धन से इस आरक्षण को हटाने की मांग की है. संघ ने कहा है कि ऐसा नहीं करने पर 2 दिन बाद राजस्थान के सभी बेरोजगार साथी एम्स नर्सिंग यूनियन के साथ दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना देंगे. साथ ही अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर हड़ताल भी किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी भारत सरकार की होगी. सरकार के खिलाफ नर्सिंग संघ द्वारा हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई है. यह हस्ताक्षर अभियान सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ चलाया गया है, साथ ही इन लोगों का कहना है कि मांग पूरी नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा.

यह भी पढ़ें- राजनीतिक हाथों में चला गया किसान आंदोलन, लोगों की डिमांड पर ही बने हैं कानून : अर्जुन राम मेघवाल

नर्सिंग कॉलेज अध्यक्ष विनोद मीणा ने कहा कि एम्स भर्ती में सभी को समानता का अधिकार दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि नर्सिंग संघ की मांगों पर केंद्र सरकार द्वारा किसी प्रकार से ध्यान नहीं दिया जा रहा है. अब ऐसे में अगर एम्स भर्ती में पुरुषों को समानता का अधिकार नहीं मिला है, तो वह आंदोलन की राह पर उतर जाएंगे. मीणा ने कहा कि लगातार वह कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं, लेकिन ऐसे में महिलाओं को दी जा रही प्राथमिकता के कारण पुरुष नर्सिंग कर्मियों में काम करने की क्षमता कम होगी.

अजमेर. नर्सिंग संघ की ओर से नेशनल हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई है. इसमें एम्स भर्ती में 80 प्रतिशत महिलाओं के आरक्षण कानून का विरोध किया गया है. इस दौरान राजकीय नर्सिंग कॉलेज अध्यक्ष विनोद मीणा सहित सभी नर्सिंग स्टूडेंट ने इस कानून के विरोध में प्रदर्शन किया है. इन लोगों का कहना है कि लिंगभेद की राजनीति को खत्म किया जाए और महिला-पुरुष दोनों को समानता का अधिकार देना चाहिए.

एम्स भर्ती में 80% महिलाओं के आरक्षण के खिलाफ नर्सिंग संघ का हस्ताक्षर अभियान

नर्सिंग संघ ने केंद्रीय चिकित्सा मंत्री हर्षवर्धन से इस आरक्षण को हटाने की मांग की है. संघ ने कहा है कि ऐसा नहीं करने पर 2 दिन बाद राजस्थान के सभी बेरोजगार साथी एम्स नर्सिंग यूनियन के साथ दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना देंगे. साथ ही अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर हड़ताल भी किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी भारत सरकार की होगी. सरकार के खिलाफ नर्सिंग संघ द्वारा हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई है. यह हस्ताक्षर अभियान सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ चलाया गया है, साथ ही इन लोगों का कहना है कि मांग पूरी नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा.

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नर्सिंग कॉलेज अध्यक्ष विनोद मीणा ने कहा कि एम्स भर्ती में सभी को समानता का अधिकार दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि नर्सिंग संघ की मांगों पर केंद्र सरकार द्वारा किसी प्रकार से ध्यान नहीं दिया जा रहा है. अब ऐसे में अगर एम्स भर्ती में पुरुषों को समानता का अधिकार नहीं मिला है, तो वह आंदोलन की राह पर उतर जाएंगे. मीणा ने कहा कि लगातार वह कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं, लेकिन ऐसे में महिलाओं को दी जा रही प्राथमिकता के कारण पुरुष नर्सिंग कर्मियों में काम करने की क्षमता कम होगी.

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