अजमेर. महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी (MDS University) और उससे संबंधित कई कॉलेज के विद्यार्थियों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए पीजी में दाखिले की प्रक्रिया जारी रखने की मांग की है. इस दौरान एमडीएस यूनिवर्सिटी में एबीवीपी और एनएसयूआई छात्र संगठन के नेता साथ नजर आए. एमडीएस यूनिवर्सिटी (Protest in MDS University) में चुनाव 26 अगस्त को होने वाले हैं, जिसके लिए 22 अगस्त को नामांकन दाखिल होंगे.
यूनिवर्सिटी में चुनावी सरगर्मियां होने की बजाए छात्र संगठन एकजुट होकर पीजी में एडमिशन प्रक्रिया जारी रखने की मांग कर रहे हैं, ताकि मतदाताओं की संख्या बढ़ सके. छात्र संघ चुनाव को लेकर आचार संहिता जारी हो चुकी है. ऐसे में छात्र संगठनों के नेताओं की चिंता भी बढ़ गई है. चुनाव लड़ने के इच्छुक कई छात्र नेताओं का एडमिशन नहीं हुआ है. ऐसे में वे चुनाव लड़ने से वंचित रह जाएंगे. यही वजह है कि चुनाव में प्रतिद्वंदी एबीवीपी और एनएसयूआई के नेता और कार्यकर्ता एक साथ होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. शुक्रवार को एबीवीपी और एनएसयूआई संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने एमडीएस यूनिवर्सिटी के कुलपति कार्यालय के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
15 अगस्त तक ले निर्णय: एमडीएस यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित जैन ने कहा कि एमडीएसयू सहित (NSUI and ABVP Protest in MDS University) विभिन्न संबंधित कॉलेजों के छात्रों ने यूनिवर्सिटी कुलपति कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है. जैन ने कहा कि सभी विद्यार्थियों ने एक स्वर में पीजी के विद्यार्थियों को प्रोविजनल एडमिशन देकर उनको मतदाता बनाने की मांग की है. जैन ने कांग्रेस पर भी हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री राजेन्द्र यादव बीए पास हैं और वह पीजी का निर्णय कर रहे हैं.
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित जैन ने एमडीएस यूनिवर्सिटी के कुलपति से मांग की है कि एमडीएस यूनिवर्सिटी और संबंधित कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया जारी रख विद्यार्थियों को मतदाता बनाएं. राजस्थान यूनिवर्सिटी के फैसलों के आधार पर निर्णय लेने की आवश्यकता नहीं है. एमडीएस यूनिवर्सिटी एक ऑटोनॉमस बॉडी है जो अपने निर्णय स्वयं ले सकती है. जैन ने कहा कि यूनिवर्सिटी से संबंधित कॉलेजों में विद्यार्थियों को दाखिला नहीं दिया जाता है तो 15 अगस्त को सभी कॉलेज के विद्यार्थी यूनिवर्सिटी में आकर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
बोम की बैठक में हो निर्णय : पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष लोकेश गोदारा ने बताया कि 26 जुलाई को सीएम अशोक गहलोत ने छात्र संघ चुनाव की घोषणा ट्वीट करके की थी. उन्होंने कहा था कि सभी विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए छात्र संघ चुनाव करवाए जाएंगे. ऐसे में गहलोत के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. राजस्थान यूनिवर्सिटी के निर्णय को अन्य यूनिवर्सिटी पर भी थोपने का काम हो रहा है. इससे विद्यार्थियों के अधिकारों का हनन हो रहा है.
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उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों ने एमडीएस यूनिवर्सिटी के कुलपति से मांग की है कि बोम की मीटिंग आयोजित कर छात्र संघ चुनाव के लिए निर्णय निर्धारित करें. यूनिवर्सिटी में यूजी के दाखिले हो रहे हैं और पीजी के दाखिले बंद किए जा रहे हैं. एमडीएस यूनिवर्सिटी एग्जाम कराने के मामले में कई यूनिवर्सिटी से पीछे है. जिस दिन यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव होंगे उस दिन भी परीक्षा होगी. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की मांग को अनसुना किया गया तो सभी छात्र संगठन मिलकर चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
एकजुट हुए एनएसयूआई और एबीवीपी कार्यकर्ता: एमडीएस यूनिवर्सिटी में पीजी में दाखिला प्रक्रिया जारी रखने की मांग को लेकर एबीवीपी और एनएसयूआई के कार्यकर्ता एक हो गए हैं. दोनों ही छात्र संगठन पीजी में दाखिला जारी रखने को लेकर यूनिवर्सिटी पर दबाव बना रहे हैं. इसके साथ ही कुलपति कार्यालय के बाहर दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं ने अर्धनग्न प्रदर्शन भी किया. इसमें एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक पारस गुर्जर, एनएसयूआई के पूर्व जिला अध्यक्ष भगवान सिंह, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष फरहान खान, एबीवीपी से एमडीएसयू में छात्र संघ उपाध्यक्ष रहे मोहित जैन लोकेश गोदारा, डीएवी कॉलेज से सीताराम चौधरी सहित कई छात्र नेता प्रदर्शन में मौजूद रहे.