अजमेर. नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन की ओर से शनिवार को कारखाना इकाई में निजीकरण का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया गया. साथ ही निजीकरण का विरोध करने वाले कर्मचारियों पर की गई दमनात्मक कार्रवाई को लेकर भी गुस्सा जाहिर किया गया. नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन की कारखाना इकाई कर्मचारियों ने कारखाने के बाहर विरोध प्रदर्शन कर मुख्य कारखाना प्रबंधक आरके मूंदड़ा को ज्ञापन सौंपा है.
इस दौरान ज्ञापन में चेतावनी देते हुए कहा कि अगर रेलवे में निजीकरण होता रहा तो फिर कर्मचारी रेल का चक्का जाम करेंगे. जिसकी जिम्मेदारी रेल मंत्रालय की होगी. कर्मचारियों का कहना है कि रेलवे में निजीकरण के विरोध में लंबे समय से आंदोलन किया जा रहा है और सरकार की ओर से झूठा आश्वासन देकर कर्मचारियों को बरगलाया जा रहा है.
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साथ ही उन्होंने कहा कि रेलवे में निजीकरण नहीं होने की बात कहने के बावजूद भी 17 दिसंबर को अहमदाबाद से मुंबई तेजस निजी ट्रेन को रवाना किया गया. जिसका विरोध करने वाले रेलवे कर्मचारियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की गई. अगर इस तरह की कार्रवाई कर्मचारियों पर की जाएगी तो रेलवे कर्मचारी चुप नहीं बैठेगा और आने वाले समय में इसका कड़ा विरोध किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो रेल का चक्का जाम भी किया जा सकता है. जिसकी जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन की होगी.