अजमेर. नगर निगम उपायुक्त गजेंद्र सिंह रलावता ने बताया कि अजमेर नगर निगम के आयुक्त खुशाल यादव ने नवाचार करते हुए अजमेर आने वाले पर्यटकों को धार्मिक और पर्यटन स्थलों का भ्रमण करवाने की योजना बनाई है. इसके तहत पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ पर्यटन स्थलों की सूची तैयार की गई है.
नवाचार के तहत दो रूट निर्धारित किए गए हैं. इसके तहत आनासागर स्थित रामप्रसाद घाट से दरगाह, ढाई दिन का झोपड़ा, सोनी जी की नसिया, पुष्कर जगतपिता ब्रह्मा मंदिर, पवित्र सरोवर, सावित्री माता मंदिर के दर्शन पर्यटक अंकुर नगर निगम के वाहनों से करवाए जाएंगे. वहीं दूसरा रूट रामप्रसाद घाट से अजय नगर स्थित साईं बाबा मंदिर, सम्राट पृथ्वीराज स्मारक, तारागढ़ और नारेली होगा.
रलावता ने बताया कि पर्यटकों को भ्रमण के लिए एक बार ही टिकट लेना होगा. इसके बाद वे नगर निगम के किसी भी वाहन में यात्रा कर सकेंगे. रलावता ने बताया कि नगर निगम के वाहनों की दोनों रूटों पर सेवाएं शुरू करने से पहले नगर निगम की टीम दोनों ही रूट पर यात्रा करेगी. इस दौरान रामप्रसाद से दोनों ही रूट पर लगने वाले समय को जांचा जाएगा. उस आधार पर ही वाहनों के संचालन की रूपरेखा बनाई जाएगी.
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बता दें कि अजमेर धार्मिक एवं पर्यटन नगरी है. यहां पुष्कर में जगत पिता ब्रह्मा का विश्व प्रसिद्ध मंदिर है. वहीं अजमेर में विश्वविख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह है. इन दो बड़े धार्मिक स्थलों के अलावा साईं बाबा का मंदिर और जैन तीर्थ के रूप में उभर चुके नारेली स्थल भी है. इनके अलावा कई पर्यटन स्थल है, जो हमेशा से पर्यटकों को आकर्षित करते आए हैं. नगर निगम का यह नवाचार पर्यटकों के लिए एक ही जगह से सभी धार्मिक एवं पर्यटन स्थल के लिए भ्रमण की सुविधा प्रदान करेगा. इस दौरान कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन की पालना भी सुनिश्चित की जाएगी.