अजमेर. गांधी भवन में शुक्रवार को मेयर ब्रजलता हाड़ा ने अजमेर सिटीजन एप लॉन्च किया. एप के जरिए नागरिकों को कचरा संग्रहण में जुटे ट्रिपर और सिटी बसों की लोकेशन की जानकारी मिलेगी. शहर को जीपीएस सिस्टम के जरिए स्मार्ट बनाने के लिए कोलकाता की मैटर वास्प इन्फोटेक को 3 साल के लिए ठेका दिया गया है. इस ठेके पर कांग्रेस पार्षद ने सवाल उठाया है.
नगर निगम मेयर ब्रजलता हाड़ा ने बताया कि शहर को जीपीएस सिस्टम के जरिए स्मार्ट बनाने के लिए कोलकाता की फर्म मैटर वास्प इन्फोटेक को 82.32 लाख रुपए में 3 साल के लिए ठेका दिया है. फर्म शहर से कचरा उठाने वाले वाहनों में जीपीएस आधारित वाहन ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर डवलप करेगी. लॉट डिवाइस की आपूर्ति भी फर्म ही करेगी. इसके अलावा शहर के सभी 7 रूटों पर चलने वाली 14 सिटी बसों को भी जीपीएस सिस्टम से जोड़ा जाएगा ताकि नागरिकों को अजमरे सिटीजन एप के जरिए बसों की लोकेशन मिल सके.
डिप्टी मेयर नीरज जैन ने कहा कि आने वाले समय में ई-गवर्नेंस सेवाओं को भी अजमेर सिटीजन एप से जोड़ा जाएगा. कार्यक्रम में कांग्रेस की पार्षद द्रौपदी देवी ने फर्म को 3 साल के लिए दिए गए ठेके पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि कंपनी का काम 17 मार्च 2020 से शुरू मान लिया गया है. ऐसे में कंपनी को लगभग 1 साल का फायदा किस आधार पर दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि फ्री डाउनलोड की व्यवस्था न देना भी शक पैदा करता है.