अजमेर. अजमेर में प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया की समीक्षा बैठक में भाजपा विधायक अनिता भदेल और वासुदेव देवनानी ने जनहित के मुद्दे उठाए. अनिता भदेल ने विधायक कोष से 25 लाख रुपये से खरीदे गए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद और गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की तो वहीं वासुदेव देवनानी ने सड़क, सफाई और ड्रेनेज सिस्टम सहित कई मुद्दे बैठक में रखे.
बैठक के बाद बातचीत में महिला एवं बाल विकास विभाग के पूर्व राज्य मंत्री एवं अजमेर दक्षिण से विधायक अनिता भदेल ने कहा कि सिस्टम में बहुत सारी खामियां हैं. कोरोना के मरीजों के लिए जीवन रक्षक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कि जिस तरह से खरीद हुई, उसका मुद्दा पहले भी उठाया गया था. वही मुद्दा प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया के सामने फिर उठाया है. मंत्री ने आश्वासन दिया है कि मामले की पूरी तरह से जांच करवाई जाएगी. जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद से जुड़े सवाल किए
इसके अलावा चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, जेएलएन अस्पताल और ब्यावर में राजकीय अमृत कौर अस्पताल में अव्यवस्था पर भी सवाल उठाए गए. साथ ही स्मार्ट सिटी के तहत जो कार्य हो रहे हैं उनमें घटिया क्वालिटी की सामग्री से निर्माण किया जा रहा है. सड़क, बिजली, पेयजल की समस्या सहित कई विषयों पर प्रभारी मंत्री से बातचीत की गई है. उन्होंने बताया कि अजमेर में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं उनकी वास्तविक क्षमता और उनकी लागत क्या है ? क्योंकि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद को लेकर लगातार प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जो ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं, वह उतनी क्षमता और लागत के हैं भी या नहीं जिनके पैसे विधायक कोष से दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जेएलएन अस्पताल में जो अव्यवस्थाएं हुई हैं, वह दोबारा न हो.
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इसके अलावा जरूरतमंद लोगों को खाद्य सुरक्षा योजना से कैसे जोड़ना चाहिए इस पर भी चर्चा की गई. वहीं व्यापारियों की समस्या को भी उठाया गया है. उन्होंने बताया कि व्यापारियों को 12 बजे से शाम 5 बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति मिलनी चाहिए. इसके साथ ही 18 से ऊपर की उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन के स्लॉट दिए जाने की जगह उनका ऑफलाइन टीकाकरण किया जाना चाहिए.
स्मार्ट सिटी के कार्यों पर उठाए सवाल
बैठक में पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं अजमेर उत्तर क्षेत्र से विधायक वासुदेव देवनानी ने भी जनहित के मुद्दे उठाए. देवनानी ने कहा कि प्रभारी मंत्री की उपस्थिति में यह बैठक प्रति माह होनी चाहिए. देवनानी ने कहा कि बैठक में मूल रूप से कोरोना प्रबंधन बंधन को लेकर चर्चा हुई. इसके अलावा पानी, बिजली, स्मार्ट सिटी योजना, ड्रेनेज सिस्टम और सड़कों के विषय पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि बैठक में मैंने कहा है कि स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत अजमेर को स्मार्ट बनाने की तैयारी की जा रही है लेकिन ड्रेनेज सिस्टम में सुधार नहीं होगा तो अजमेर स्मार्ट कैसे बनेगा.
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देवनानी ने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्यों की वजह से सड़कें खुदी हुई हैं, उन्हें ठीक नहीं करवाया गया है. अजमेर उत्तर क्षेत्र में 72 से 92 घंटे में पेयजल सप्लाई दिए जाने का भी मुद्दा उठाया है. बिजली की ट्रिपिंग की वजह से पेयजल सप्लाई बाधित होती है, इसलिए पानी-बिजली की समस्या के लिए प्रभारी मंत्री को निदान करने के लिए कहा है. देवनानी ने कहा कि सीएमएचओ लेवल पर जितनी भी खरीदी कोरोना काल में हुई है, उन सब की जांच निष्पक्ष एजेंसी से करवाई जाए. मंत्री ने आश्वस्त किया है कि पानी बिजली को लेकर प्रशासन जल्द ही समस्या का समाधान करेगा.