अजमेर. कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने टीकाकरण अभियान चला रखा है. इसका तीसरा चरण वर्तमान में चल रहा है लेकिन गांव में अभी तक टीकाकरण को लेकर जागरूकता का माहौल नहीं है. वहीं कोरोना गाइडलाइन की पालना भी नहीं की जा रही है. ईटीवी भारत पर खबर प्रसारित होने के बाद अब विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम गांव का दौरा करेगी.
अजमेर विधिक प्राधिकरण के सचिव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के लेकर जागरूकता का माहौल नहीं है. ग्रामीण टीकाकरण को लेकर गंभीर नहीं है. ग्रामीणों में यह अंधविश्वास भी बना हुआ है कि यदि वे टीकाकरण करवाते हैं तो वे अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो जाएंगे. इस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण की दर न्यूनतम है.
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हालांकि सरकार की ओऱ से ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई तरह की गाइडलाइंस जारी की जा रहीं हैं लेकिन फिर भी इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है. उन्होंने बताया कि उन्हें मीडिया के जरिए यह जानकारी मिली कि अजमेर से 10 से 15 किलोमीटर दूर सोमलपुर गांव में 13 हजार लोगों में से सिर्फ एक व्यक्ति ने ही कोरोना का टीका लगवाया है.
इसी को ध्यान में रखते हुए विधिक सेवा प्राधिकरण की ओऱ से गांव-गांव सर्वे कर टीकाकरण की रिपोर्ट ली जाएगी. इसके आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण को रोकने और टीकाकरण को बढ़ावा देने की रणनीति तैयार की जाएगी.
Etv भारत पर खबर हुई थी प्रसारित
शुक्रवार को ईटीवी भारत पर खबर प्रसारित हुई थी. यह भी बताया था कि जागरूकता नहीं होने के कारण मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. वहीं सोमलपुर में अब तक 45 दिन में 50 मौतें सामने आईं हैं. इसमें कुर्ला संकुल मन से लगभग 6 मौतें हुई हैं. स्वास्थ्य संकुल भवन पर भी कोई भी खास इंतजाम नहीं है. शनिवार को विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सोमलपुर गांव का दौरा कर और लोगों को जागरुक करने का कार्य करें जिससे ग्रामीण इलाकों में कोविड के प्रति लोगों को जागरूक किया जा सके.