अजमेर. विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज के 808 वें सालाना उर्स के मौके पर किन्नर समाज की ओर से दरगाह में चादर और चांदी का कलश पेश किया गया. 25 सालों से भी ज्यादा समय से किन्नर समाज की ओर से चांदी का कलश दरगाह में पेश किया जाता रहा है.
ख्वाजा गरीब नवाज में किन्नर समाज का अटूट विश्वास है. उर्स के मौके पर देश में अलग-अलग राज्यों से बड़ी संख्या में किन्नर अजमेर पहुंचते है. इनमें कई किन्नर विदेशों से भी आते हैं. वर्षों से उर्स के मौके पर किन्नर समाज ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में अपनी अकीदत का नजराना पेश करता आया है.
शुक्रवार को 250 से ज्यादा किन्नर धान मंडी से जुलूस के रूप में दरगाह पहुंचे. सजे-धजे किन्नरों के जुलूस को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग भी उमड़े. दरगाह के निजाम गेट से किन्नर आस्ताने पहुंचे. जहां मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश कर किन्नरों ने देश में अमन-चैन और खुशहाली की दुआ मांगी.
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इस दौरान वर्षों से उर्स के मौके पर चांदी का कलश भेंट करने की परंपरा को किन्नरों ने निभाया और पांच किलो वजनी चांदी का कलश चढ़ाया,जो वे दिल्ली से अपने साथ ही लेकर आए थे. किन्नर समाज के जत्थे के साथ आई पूजा ने बताया कि देश में हिन्दू-मुस्लमान मोहब्बत और भाईचारे से रहें और उनका जीवन खुशहाल हो, दरगाह में किन्नरों ने दुआ की है.
पूजा ने बताया कि देश के अलग-अलग राज्यों से बड़ी संख्या में किन्नर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में अपनी अकीदत का नजराना पेश करने के लिए आए हैं, इनमें बैंकॉक, कनाडा सहित कई अन्य देशों से भी किन्नर आए हैं.