अजमेर. बच्चियों को बच्चों को गुड टच और बैड टच की जानकारी भी दी जाती रही है, लेकिन इस तरह का कृत्य करने वाले लोगों के बीच भय व्याप्त हो और वे इस घिनौने काम को करने से पहले जागरूक हों. इसी उद्देश्य से सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को भी इसके प्रति जागरूक किया गया.
इस मौके पर विनाया फाउंडेशन ने अलग-अलग धाराओं में बंद कैदी में विचाराधीन कैदियों को जागरूक किया और बताया कि महिलाओं पर अत्याचार को लेकर सरकार कितनी सख्त है और इसकी सजा कितनी हो सकती है. अजमेर की जेल में भी इस तरह की घिनौनी हरकत करने वाले कई कैदी बंद हैं, उन्हें भी इसके प्रति जागरूक किया गया. इस जागरूकता के बाद उनके मन में किस तरह के भाव पैदा होते हैं, इसकी भी जानकारी ली जा रही है.
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नीतिशा शर्मा ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार बेहद गंभीर है, जिसको लेकर लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है. वहीं इसी कड़ी में अजमेर के केंद्रीय कारागृह में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें ड्राइंग कंपटीशन के साथ-साथ विचाराधीन कैदियों को जागरूक करने का कार्य किया गया. शर्मा ने कहा कि इसके बाद कुलियों को ठेला चालक सहित रिक्शा चालकों को भी अब जागरूक करने का कार्य विनाया फाउंडेशन द्वारा किया जाएगा. जिला प्रशासन अजमेर के साथ मिलकर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिससे लोगों की मानसिकता में बदलाव आए और वे महिलाओं के प्रति अति संवेदनशील हों.
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राजस्थान के सभी जिलों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जाए. झालावाड़ जिले से इस कार्यक्रम की शुरूआत की गई थी, जिसको लगातार जारी रखा जा रहा है. अलग-अलग माध्यमों से सभी को समझाया जा रहा है, जिसमें कठपुतली के माध्यम से मनोरंजन माध्यम से सभी माध्यमों से समझाने का प्रयास किया जा रहा है.